
यरुशलम। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को ईरान पर आरोप लगाया कि उसने पिछले हफ्ते ओमान की खाड़ी में इजराइली स्वामित्व वाले एक मालवाहक जहाज पर हमला किया।
नेतन्याहू ने इजराइल के सार्वजनिक प्रसारक ‘कान’ से बातचीत में कहा कि “यह वास्तव में ईरान का कृत्य है, यह स्पष्ट है।” नेतन्याहू ने कहा, “इजराइल का सबसे बड़ा दुश्मन ईरान है, मैं इसे रोकने के लिये प्रतिबद्ध हूं। हम पूरे क्षेत्र में वार कर रहे हैं।”
इजरायल के चैनल 13 ने एक रिपोर्ट में कहा, इजरायल में इस बात को लेकर मूल्यांकन किया जा रहा है कि इस हमले के पीछे ईरान था। हालांकि, जब इस संबंध में इजरायली अधिकारियों से संपर्क किया गया, तो उन्होंने सीधे तौर पर इसका जवाब नहीं दिया। दूसरी ओर, ईरानी सरकार ने भी ब्लास्ट को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है। ये ब्लास्ट ऐसे समय पर हुआ है, जब तेहरान बार-बार 2015 में हुए परमाणु समझौते का उल्लंघन कर रहा है। ईरान बाइडेन प्रशासन पर दबाव बना रहा है, ताकि वह आर्थिक प्रतिबंधों को हटाए।
शुक्रवार को ओमान की खाड़ी में इजराइली स्वामित्व वाले पोत एमवी हेलियोस रे में रहस्यमयी तरीके से विस्फोट हुआ था और रविवार को उसे मरम्मत के लिये दुबई के बदरगाह लाया गया था। ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच इस घटना ने पश्चिम एशिया के समुद्री क्षेत्र में नए सिरे से सुरक्षा चिंताएं पैदा की हैं।
ब्रिटिश नौसेना द्वारा संचालित ‘यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस’ के अनुसार, चालक दल और पोत सुरक्षित हैं। विस्फोट की वजह से जहाज को निकटतम बंदरगाह पर ले जाना पड़ा। समुद्री खुफिया कंपनी ‘ड्रियाड ग्लोबल’ ने पोत की पहचान ‘एमवी हेलिओस रे’ नामक मालवाहक जहाज के रूप में की।
वहीं, ईरान ने हाल में हुए सिलसिलेवार हमलों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहाराया है। इसमें पिछले गर्मियों में नैटजेन परमाणु सुविधा में अडवांस सेंट्रीफ्यूज एसेंबली प्लांट को तबाह करना और शीर्ष ईरानी वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या करना शामिल है। गौरतलब है कि इस्लामिक रिपब्लिक सेना के परमाणु कार्यक्रमों का कार्यभार फखरीजादेह के हाथ में था। जिनकी पिछले साल हत्या कर दी गई।