बिना दाढ़ी तालिबान सरकार में अब नौकरी नहीं, पुरुष कर्मचारियों के लिए जारी किया गया नया फरमान


तालिबान ने कहा है कि जो सरकारी कर्मचारी दाढ़ी नहीं रखेंगे उन्हें नौकरी ने निकाल दिया जाएगा। तालिबान ने ड्रेस कोड को लेकर भी सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि कर्मचारी अगर ड्रेस कोड का पालन नहीं करते हैं तो भी उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा…


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अफगानिस्तान में तालिबानी शासन आने के बाद लगातार कट्टरवादी आदेश जारी हो रहे हैं। इसी कड़ी में तालिबान ने अब एक नया आदेश जारी किया है।इसके तहत सभी सरकारी कर्मचारियों को दाढ़ी बढ़ानी होगी और तय किए गए ड्रेस कोड का पालन करना होगा। इस आदेश का पालन न करने पर नौकरी से निकाला जा सकता है।

अफगानिस्तान में तालिबान लगातार नए नियम जारी करता जा रहा है। खबर है कि इस बार तालिबान ने सरकारी कर्मचारियों को विशेष निर्देश दिए हैं। इसके तहत बगैर दाढ़ी के दफ्तर पहुंचने पर नौकरी भी खतरे में पड़ सकती है। हाल ही में तालिबान, लड़कियों के लिए स्कूल नहीं खोलने के चलते दुनिया के निशाने पर आ गया है। यूरोपीय संघ ने लड़कियों की शिक्षा पर पाबंदी के फैसले की निंदा की है।

तालिबान ने कहा है कि जो सरकारी कर्मचारी दाढ़ी नहीं रखेंगे उन्हें नौकरी ने निकाल दिया जाएगा। तालिबान ने ड्रेस कोड को लेकर भी सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि कर्मचारी अगर ड्रेस कोड का पालन नहीं करते हैं तो भी उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।

तालिबान से संबंधित सूत्रों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को इसकी जानकारी दी है। सूत्रों ने कहा कि पुण्य का प्रचार और बुराई रोकने वाले मंत्रालय के प्रतिनिधि सोमवार को सरकारी कार्यालयों के बाहर गश्त कर रहे थे। वो इस बात की जांच कर रहे थे कि कर्मचारी नए नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं।

मंत्रालय की तरफ से कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपनी दाढ़ी न मुंडवाएं। उन्हें बताया गया है कि वो लंबा, ढीला-ढाला कुर्ता-पजामा और टोपी या पगड़ी पहनें। दो सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि प्रतिनिधियों को ये सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया था कि कर्मचारी सही समय पर नमाज अदा करें।

सूत्रों ने बताया कि कर्मचारियों से कहा गया है कि अगर वे सही ड्रेस कोड पहनकर नहीं आते हैं तो उन्हें ऑफिस में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा और नौकरी से भी निकाला जा सकता है। मंत्रालय के एक प्रवक्ता से जब इस बारे में जवाब मांगा गया तो उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया।

पिछले हफ्ते ही तालिबान ने महिलाओं के लिए कई विवादित फैसले किए थे। तालिबान ने बिना किसी पुरुष रिश्तेदार के महिलाओं की हवाई यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था। तालिबान ने कहा था कि किसी महिला को देश या देश से बाहर हवाई यात्रा करने के लिए किसी पुरुष रिश्तेदार के साथ की आवश्यकता होगी।

तालिबान ने लड़कियों को स्कूल जाने से भी रोक दिया है। तालिबान ने वादा किया था कि वो लड़कियों के लिए जल्द ही हाई स्कूल खोल देगा लेकिन स्कूल खोलने के दिन ही उसने अपना फैसला बदल दिया। तालिबान के इस फैसले की काफी आलोचना हुई है।

तालिबान का कहना है कि वे इस्लामी कानून और अफगान रीति-रिवाजों के अनुरूप सभी के अधिकारों का सम्मान करेंगे। वो ये भी कहता रहा है कि वो 1996-2001 के समय का कट्टर तालिबान नहीं है। इस दौरान तालिबान ने महिलाओं को अकेले घर से निकलने पर रोक लगा दी थी और पुरुषों को भी लंबी दाढ़ी रखने के लिए मजबूर किया था। तालिबान अब भी यही कर रहा है और अपने पुराने सभी वादे तोड़ता जा रहा है।



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