अंतर-कोरियाई सहयोग स्थलों पर सैनिकों की पुनः तैनाती करेगा उत्तर कोरिया

एक दिन पहले हीउत्तर कोरिया ने अटकी पड़ी परमाणु कूटनीति के बीच अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर दबाव बनाने के लिए अपना आक्रोश जताते हुए अंतर-कोरियाई संपर्क कार्यालय नष्ट कर दिया था। जानकारों का कहना है कि परमाणु वार्ता 2018 में शुरू किए जाने के बाद उत्तर कोरिया की ओर से यहसबसे अधिक उकसावे वाली कार्रवाई है।

सियोल। उत्तर कोरिया ने दो साल पहले दक्षिण कोरिया के साथ हुए सुलह संबंधी ऐतिहासिक समझौतों को समाप्त करते हुए बुधवार को कहा कि वह अब बंद हो चुके अंतर-कोरियाई सहयोग स्थलों पर सैनिकों की फिर से तैनाती करेगा, गार्ड चौकियों को पुन: स्थापित करेगा और अग्रिम इलाकों में सैन्य अभ्यास बहाल करेगा।

इस घोषणा से एक दिन पहले उत्तर कोरिया ने अटकी पड़ी परमाणु कूटनीति के बीच अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर दबाव बनाने के लिए अपना आक्रोश जताते हुए अंतर-कोरियाई संपर्क कार्यालय नष्ट कर दिया था। जानकारों का कहना है कि परमाणु वार्ता 2018 में शुरू किए जाने के बाद से यह उत्तर कोरिया की ओर से सबसे अधिक उकसावे वाली कार्रवाई है। 

उत्तर कोरिया के जनरल स्टॉफ ने कहा कि रेजीमेंट स्तरीय ईकाइयों और सशस्त्र ईकाइयों को डायमंड माउनटेन रिजॉर्ट और केसोंग औद्योगिक परिसर में तैनात किया जाएगा जो उत्तरी सीमा पर स्थित हैं। किसी वक्त अंतर-कोरियाई सहयोग का प्रतीक रहे ये स्थल उत्तर कोरिया पर उसके परमाणु कार्यक्रम के लिए लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों के कारण बंद थे।

उत्तर कोरिया ने कहा कि वह सीमावर्ती इलाकों में सैन्य अभ्यास बहाल करेगा और गार्ड चौकियों को पुन: स्थापित करेगा। कोरिया के इन कदमों से अंतर-कोरियाई कूटनीति के दौरान हुए 2018 के समझौते रद्द हो जाएंगे जिनका मकसद सीमावर्ती इलाकों में सैन्य तनाव कम करना था।

दक्षिण कोरिया की सरकार ने उत्तर कोरियाई सेना के बयान में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि वह उत्तर कोरिया की भविष्य में उकसावे वाली कार्रवाइयों से मजबूती से निपटेगा।

First Published on: June 17, 2020 12:22 PM
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