डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग कार्यवाही मानक तय करने का मौका : डेमोक्रेटिक पार्टी

ट्रंप पर महाभियोग की कार्यवाही शुरू करने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की दलीलें पूरी हो गयी है। पार्टी ने रिपब्लिकन सांसदों से कहा है कि अगर वे राष्ट्रपति के कदाचार पर नया कठोर मानक तय करना चाहते हैं तो उन्हें कदम उठाना होगा ताकि दूसरी बार ट्रंप आरोपमुक्त नहीं हो पाएं।

वाशिंगटन। अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग की कार्यवाही शुरू करने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की दलीलें पूरी हो गयी है। पार्टी ने रिपब्लिकन सांसदों से कहा है कि अगर वे राष्ट्रपति के कदाचार पर नया कठोर मानक तय करना चाहते हैं तो उन्हें कदम उठाना होगा ताकि दूसरी बार ट्रंप आरोपमुक्त नहीं हो पाएं।

डेमोक्रेटिक पार्टी का आरोप है कि ट्रंप ने कैपटल हिल (संसद भवन) में हिंसा के लिए अपने समर्थकों को भड़काया था।

ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में हार स्वीकार नहीं की थी और वह तीन नवम्बर को हुए चुनाव में धोखाधड़ी के दावे कर रहे थे। ट्रंप के इन दावों के बीच, कैपिटल बिल्डिंग में उनके समर्थकों ने छह जनवरी को धावा बोला था और हिंसा की थी। हिंसा में एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी।

अमेरिकी सीनेट में ट्रंप पर महाभियोग की कार्यवाही की शुरुआत बुधवार को हुई। डेमोक्रेटिक पार्टी के नियंत्रण वाली प्रतिनिधि सभा के महाभियोग प्रबंधकों ने हिंसा के लिए भड़काने के संबंध में ट्रंप के खिलाफ मजबूत मामला बनाया है।

डेमोक्रेटिक पार्टी के नौ महाभियोग प्रबंधकों ने छह जनवरी को हमले से संबंधित कई वीडियो फुटेज दिखाते हुए दलील दी की ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने की जरूरत है। उन्होंने हमले को अमेरिकी इतिहास का काला अध्याय बताया।

प्रतिनिध सभा के सदस्य और अग्रणी महाभियोग प्रबंधक जेमी रस्किन ने कहा, ‘‘अगर आपको लगता है कि यह घटना महाभियोग चलाने के लिए काफी नहीं थी तो फिर क्या होना चाहिए? क्या आप इसे घोर अपराध, गलत आचरण नहीं मानते? आपको अमेरिका में राष्ट्रपति के कदाचार पर एक नया और कड़ा मानक तय करना होगा।’’

महाभियोग प्रबंधकों ने आगाह किया कि अगर ट्रंप दोषी नहीं ठहराए गए तो खतरनाक परिपाटी बनेगी और भविष्य के राष्ट्रपति इसका फायदा उठाएंगे।

ट्रंप के बचाव के लिए उनके वकील शुक्रवार से अपनी दलीलें रखेंगे। दलीलें रखने के लिए उन्हें 16 घंटे दिए जाएंगे। इस तरह बचाव पक्ष के पास शुक्रवार और शनिवार तक दलीलें रखने का मौका होगा।

बहरहाल, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप इस बार भी बरी कर दिए जाएंगे। अमेरिकी इतिहास में पहली बार किसी पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू की गई है। ट्रंप दूसरी बार महाभियोग की कार्यवाही का सामना कर रहे हैं।

 

 

First Published on: February 12, 2021 2:15 PM
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