व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि बाइडन ने रूस में स्थित अपराधियों द्वारा किए जा रहे रैंसमवेयर हमलों के बारे में शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। इन हमलों का अमेरिका तथा अन्य देशों पर असर पड़ा है।
रैंसमवेयर एक प्रकार का मालवेयर है, जिसका इस्तेमाल किसी संगठन के दस्तावेजों की चोरी करने और फिर उनके दम पर फिरौती मांगने के लिए किया जाता हैं। मालवेयर वास्तव में एक संदिग्ध सॉफ्टवेयर है, जिसे कम्प्यूटर वायरस भी कहते हैं।
बाइडन से पूछा गया कि क्या रूस को इन रैंसमवेयर हमलों के परिणाम भुगतने होंगे, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘हां।’’ वह इस मुद्दे पर पुतिन के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन्हें स्पष्ट कर दिया कि अमेरिका यह उम्मीद करता है कि जब उनकी सरजमीं से रैंसमवेयर हमले किए जा रहे हैं, भले ही यह रूस सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है ऐसे में अगर हम उन्हें पर्याप्त सूचना दें कि यह हरकत किसने की है तो आशा है कि वह कार्रवाई करेंगे।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘दूसरी बार हमने नियमित संवाद के लिए संचार को माध्यम स्थापित किए हैं ताकि जब दोनों देशों में से किसी को लगे कि कुछ ऐसा घटित हो रहा जिससे अन्य देश पर असर पड़ेगा तो हम एक-दूसरे से बातचीत कर सकें।’’
व्हाइट हाउस ने बताया कि बातचीत के दौरान बाइडन ने रूस में चल रहे रैंसमवेयर गिरोहों का भंडाफोड़ करने के लिए रूस द्वारा कार्रवाई करने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि वह रैंसमवेयर से पैदा हुए वृहद खतरे से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बाइडन ने कहा कि अमेरिका अपने लोगों और उसके अहम बुनियादी ढांचे की रक्षा करने के लिए हरसंभव कार्रवाई करेगा।
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस को उसके देश से हुए रैंसमवेयर हमलों का परिणाम भुगतने को लेकर आगाह किया और अपराध में शामिल गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत पर जोर दिया।