वाशिंगटन। अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि बाइडन प्रशासन अमेरिका, भारत, जापान तथा ऑस्ट्रेलिया के ‘क्वाड’ समूह को एक ऐसा बुनियादी आधार मानता है जिसके माध्यम से सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण अमेरिकी नीति का निर्माण किया जा सकता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कांग्रेस द्वारा वित्तपोषित थिंक टैंक ‘यूएस इंस्टिट्यूट ऑफ पीस’ में आयोजित एक कार्यक्रम में शुक्रवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि अमेरिका चार देशों के समूह ‘क्वाड’ की प्रगति के लिए काम करेगा।
सुलिवन ने कहा, ‘‘एक बहुत ही सकारात्मक चीज जिसकी प्रगति के लिए हम काम करेंगे और जिसका जिक्र पूर्व एनएसए रॉबर्ट ओ ब्रायन ने किया था, वह है ‘क्वाड’ जो अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया तथा भारत का समूह है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां भी मेरा मानना है कि हम इसे आगे बढ़ाना चाहते हैं। यह एक ऐसी प्रणाली है जिसे हम एक ऐसी बुनियाद के रूप में देखते हैं जिसके माध्यम से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण अमेरिकी नीति का निर्माण किया जा सकता है।’’
सुलिवन ने कहा कि ‘क्वाड’ और पूर्ववर्ती ट्रंप प्रशासन की हिंद-प्रशांत नीति उन चुनिंदा नीतियों में से एक हैं जिनके बारे में बाइडन प्रशासन ने कहा है कि वह इनपर काम करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘ये ऐसी पहल हैं जो जारी रहेंगी तथा पूर्ववर्ती प्रशासन ने जो कदम उठाए थे, उन्हें आगे बढ़ाने एवं लागू करने के प्रयास किए जाएंगे।’’
भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामकता का मुकाबला करने के लिए नई रणनीति तैयार करने की खातिर ‘क्वाड’ स्थापित करने के काफी समय से लंबित प्रस्ताव को आकार दिया था।