
बर्लिन। ईरान और विश्व शक्तियों के प्रतिनिधियों ने तेहरान के साथ वर्ष 2015 में हुए ऐतिहासिक परमाणु समझौते को बचाने के लिए मंगलवार को वियना में हुई अपनी पहली बैठक में इस समझौते को बचाने के मद्देनजर हरसंभव प्रयास करने को लेकर सहमति जतायी। अमेरिका द्वारा ईरान के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को बहाल करने के लिए प्रयास किये जाने घोषणा के बाद यह बैठक की गई है। बैठक की अध्यक्षता यूरोपीय संघ की प्रतिनिधि हेल्गा श्मिड ने की।
उन्होंने ट्विटर पर कहा, वर्तमान चुनौतियों के बावजूद सभी प्रतिभागी ईरान समझौते को बचाने और इसका पूर्ण कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का तरीका खोजने के लिए एकजुट हैं। ईरान के प्रतिनिधि अब्बास अर्घची ने बातचीत के बाद कोई टिप्पणी नहीं की। हालांकि, बैठक से पहले उन्होंने कहा था कि अमेरिकी कदम के विषय पर फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, रूस और चीन के प्रतिनिधियों के साथ ‘निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण चर्चा होगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वर्ष 2018 में तथाकथित संयुक्त व्यापक कार्य योजना से अमेरिका को यह कहते हुए अलग कर लिया था कि यह एक बुरा सौदा था और इस पर फिर से चर्चा करने की आवश्यकता है। इस सौदे के तहत ईरान को उसके परमाणु कार्यक्रम पर प्रतिबंध के बदले आर्थिक प्रोत्साहन का वादा किया गया था लेकिन अमेरिकी प्रतिबंधों की बहाली के बाद अन्य देश ईरान को वह सहायता प्रदान करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जो वह चाहता है।