रूस के परमाणु सुरक्षा के प्रभारी रूसी जनरल एक बम विस्फोट में मारे गए। ये धमाका मॉस्को में हुआ। लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव मंगलवार (17 दिसंबर) को एक आवासीय ब्लॉक छोड़ रहे थे, जब स्कूटर में छिपाकर रखे गए बम में विस्फोट हो गया। रूसी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बम को दूर से ऑपरेट किया गया और इसमें लगभग 300 ग्राम विस्फोटक थे। बीते सोमवार (16 दिसंबर) को किरिलोव पर यूक्रेन में प्रतिबंधित रासायनिक हथियारों के उपयोग का आरोप लगाया गया था। हालांकि, किरिलोव को पहले से ही यूके ने रूस के रासायनिक हथियारों के उपयोग में उनकी भूमिका के लिए मंजूरी दे दी गई थी।
घटना रियाज़ान्स्की प्रॉस्पेक्ट पर एक अपार्टमेंट बिल्डिंग के बाहर हुई, जहां जनरल किरिलोव और उनके सहायक दोनों मारे गए। रूस की जांच समिति ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि रूसी संघ के सशस्त्र बलों के विकिरण, रासायनिक और जैविक सुरक्षा बलों के प्रमुख जनरल किरिलोव की हत्या के पीछे की वजह का पता लगाया जा रहा है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
हाल ही में कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन ने जनरल इगोर किरिलोव पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाया था। ये हथियार कथित तौर पर यूक्रेन में प्रतिबंधित हैं। हालांकि इस आरोप के बाद जनरल किरिलोव की मौत रूस के लिए गंभीर झटका साबित हो सकती है।
धमाका रियाज़ान्स्की प्रॉस्पेक्ट पर हुआ, जो क्रेमलिन से लगभग 7 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। रूसी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, जांचकर्ता और फोरेंसिक विशेषज्ञ घटनास्थल पर मौजूद हैं। इसके अलावा अन्य आपातकालीन सेवाओं के कर्मचारी भी घटनास्थल पर काम कर रहे हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की मौत रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है। जनरल किरिलोव परमाणु, जैविक और रासायनिक सुरक्षा बलों के प्रमुख थे और इस क्षेत्र में उनकी भूमिका अहम थी।