नवलनी को जेल भेजे जाने के विरोध में रूस के खिलाफ लामबंद हुए अमेरिका-यूरोप, बढ़ा तनाव


यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल ने ट्वीट कर नवलनी की गिरफ्तारी को ‘अस्वीकार्य’ करार दिया। उन्होंने नवलनी को तुरंत रिहा करने की मांग की। उनका समर्थन फ्रांस के विदेश मंत्रालय एवं पोलैंड के विदेश मंत्री बिंगन्यू राउ ने भी किया।


मंज़ूर अहमद मंज़ूर अहमद
विदेश Updated On :

मॉस्को। रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी को स्वदेश लौटते ही हुई गिरफ्तारी के बाद अमेरिका और यूरोप लगभग सभी देशों में एक सुर में निंदा की है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विरोधी नेता की गिरफ्तारी की कार्रवाई की पश्चिमी देशों ने आलोचना करते हुए उनकी तरंत रिहाई की मांग की है। जर्मनी के विदेश मंत्री ने सोमवार को इसे ‘समझ से परे’ करार दिया।

नवलनी को अगस्त में ‘नर्व एजेंट’ (जहर) दिया गया था, जिसके चलते वह गंभीर रूप से बीमार पड़ गये थे और उनका जर्मनी में उपचार हुआ था। वह करीब पांच महीने बाद जब मॉस्को के शेरेमेत्येवो हवाई अड्डे लौटे तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया और उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया। नवलनी ने उन्हें जहर देने की घटना के लिए क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति का कार्यालय) को जिम्मेदार ठहराया था।

गिरफ़्तारी के बाद नवाली राजधानी मास्को के एक स्थान पर रखा गया है। ऊपर के वीडियों में वह रूसी भाषा में यह कहते दिख रहे हैं कि “मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि आखिर हो क्या रहा है। एक मिनट पहले मुझे सेल से निकाला गया और कहा गया कि आप को आपके वकील से मिलाना है पर जब मैं इस रूम में आया तो यहाँ कोर्ट बना दी गई है और ये लोग यहीं मेरी सुनवाई कर रहे है”

कुछ देर बाद इसी कोर्ट में उन पर एक मुकदमा चलाया जाता है और फिर 30 दिनों के लिए उनको जेल भेज दिया जाता है।

खबरों के अनुसार गिरफ्तारी के कुछ देर बाद राजधानी मॉस्को में नावेलनी के खिलाफ मुकदमा चलाया गया और फिर उनको 30 दिनों के लिए हिरासत में जेल भेज दिया गया।

रूसी विपक्षी नेता नवलनी की गिरफ्तारी पर जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने रेखांकित किया कि नवलनी अपनी इच्छा से स्वदेश लौटे थे। उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरी तरह से समझ से परे है कि रूसी अधिकारियों ने उन्हें लौटते ही तुरंत हिरासत में ले लिया।’’

मास ने कहा, ‘‘रूस अपने ही संविधान और कानून के राज एवं नगारिक अधिकारों की सुरक्षा के सिद्धांत से अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता से बंधा हुआ है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह सिद्धांत एलेक्सी नवलनी के मामले में भी लागू होता है। उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।’’

यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल ने ट्वीट कर नवलनी की गिरफ्तारी को ‘अस्वीकार्य’ करार दिया। उन्होंने नवलनी को तुरंत रिहा करने की मांग की। उनका समर्थन फ्रांस के विदेश मंत्रालय एवं पोलैंड के विदेश मंत्री बिंगन्यू राउ ने भी किया।

राउ ने कहा, ‘‘मैं सभी रूसी लोगों के साथ एकजुटता प्रकट करता हूं जो रूस के विपक्षी नेता के विचारों को साझा करते हैं। एलेक्सी हार नहीं मानो।’’

अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के तौर पर निर्वाचित जो बाइडन द्वारा अगले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के लिए नामांकित जैक सुलिवियन ने भी रूसी अधिकारियों से नवलनी को रिहा करने की मांग की।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘माननीय नवलनी को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और उनके जीवन पर हमला करने वालों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए।’’

अमेरिका के निर्वतमान विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा, ‘‘अमेरिका नवलनी को गिरफ्तार करने के फैसले की कड़ी निंदा करता है।

उन्होंने इसे रूसी सरकार की आलोचना करने वाले नवलनी और अन्य विपक्षी व स्वतंत्र आवाजों को दबाने की नवीनतम कोशिश करार दिया।

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने सोमवार को कहा कि नवलनी की गिरफ्तारी पर पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया पश्चिम के विकास मॉडल पर उत्पन्न संकट की ओर से ध्यान भटकाने की कोशिश है।

उल्लेखनीय है कि नवलनी की गिरफ्तारी की आशंका पहले से ही थी क्योंकि रूस के कारागार विभाग ने कहा था कि धोखाधड़ी के मामले में 2014 में दोषी करार दिए गए नवलनी ने स्थगित सजा के पैरोल नियमों का उल्लंघन किया है।

नवलनी के सहयोगियों ने सोमवार को आरोप लगाया कि पुलिस उनके वकीलों को भी मिलने नहीं दे रही है