सुख हो या दुख, चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट बरकरार रखना बहुत ही अद्भुत कला है। खुश रहने की सबकी अपनी-अपनी वजहें होती हैं।
दुनिया में हर चीज के लिए एक दिवस रखा गया है. यहां तक कि खुशी के लिए भी एक ‘इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस’ या अंतरराष्ट्रीय खुशी दिवस (International day of happiness) रखा गया है।
हर साल 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस (International day of happiness) सेलिब्रेट किया जाता है। वसंत ऋतु के आगमन पर चारों तरफ का वातावरण मन में एक अलग ही उत्साह और उमंग भरने का काम करता है। और शायद यही एक बड़ी और अच्छी वजह है इसे सेलिब्रेट करने के लिए।
International Day of Happiness मनाने का आइडिया यूएन की मशहूर समाज सेवी जेमी इलियन का था। जिन्होंने इस बात पर जोर दिया कि खुश रहने को अपने जिंदगी का मकसद बनाकर हर एक बुलंदी को छूआ जा सकता है। उनके इस आइडिया को यूएन के सेक्रेटरी जनरल बान की मून ने भी प्रोत्साहित किया। और तो और यूएन के 193 देशों का भी सपोर्ट मिला। जिसके बाद पहला International Day of Happiness 20 मार्च 2013 को मनाया गया।
वहीं संयुक्त राष्ट्र द्वारा शुक्रवार को जारी विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट-2021 में भारत को 149 देशों में 139वां स्थान मिला है जबकि फिनलैंड शीर्ष पर है।
विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2021 को संयुक्त राष्ट्र स्थायी विकास उपाय नेटवर्क द्वारा जारी की गई है और इसमें कोविड-19 और उसके लोगों पर पड़ने वाले असर पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत को विश्व प्रसन्नता सूची में 139वां स्थान मिला है जबकि वर्ष 2019 में भारत 140वें पायदान पर था।
बयान में कहा, ‘‘भारत के लिए नमूने लेने के लिए लोगों से आमने-सामने और फोन पर बात की गई। हालांकि, फोन के मुकाबले आमने-सामने बैठकर जवाब देने वालों की संख्या कम थी।’’
फिनलैंड दुनिया के प्रसन्न देशों की सूची में सबसे ऊपर है। इसके बाद आइसलैंड, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, स्वीडन, जर्मनी और नार्वे का स्थान है।
रिपोर्ट के मुताबिक सूची में पाकिस्तान 105वें पायदान पर है जबकि बांग्लादेश और चीन क्रमश: 101वें एवं 84वें स्थान पर हैं।
युद्धग्रस्त अफगानिस्तान के लोग अपने जीवन से सबसे अधिक अप्रसन्न हैं। इसके बाद जिम्बाब्वे (148वें), रवांडा (147वें), बोत्सवाना(146) और लेसोथो का (145वां) स्थान है। इस सूची में अमेरिका को 19वां स्थान मिला है।
क्या है साल 2021 की थीम
संयुक्त राष्ट्र के हर दिवस के लिए हर साल एक नई थीम जारी की जाती है जिसके दायरे में ही वह दिवस मनाया जाता है यानि उसी थीम पर फोकस कर उस दिवस को मनाया जाता है। इस साल कोविड-19 का प्रभाव जारी है जो पिछले साल बहुत अधिक दिखा था। कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए इस साल की थीम है। शांत रहें, बुद्धिमान रहें और दयालु रहें।