
लखनऊ। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में परीक्षण किए गए 806 नमूनों में से बुधवार को 45 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस तरह प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 700 के पार हो गया है।
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक बुधवार को जारी रिपोर्ट में नौ वर्ष की बच्ची समेत एक साथ राजधानी के 31 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें से अधिकांश नजीराबाद और सदर इलाके के बताये जा रहे हैं। वहीं अन्य मामलों में 13 आगरा के और 01 सीतापुर का है। राजधानी लखनऊ की बात करें तो यहां मंगलवार को तीन मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसमें दो मरीज सदर क्षेत्र और एक नजीराबाद के नया गांव निवासी है।
सदर क्षेत्र कोरोना का प्रमुख हॉट स्पॉट है। यहीं की मस्जिद से तब्लीगी जमात के कई लोग पकड़े गए थे। इनकी वजह से क्षेत्र के कई लोग संक्रमण की चपेट में आ गए। जांच रिपोर्ट आने के बाद लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने का सिलसिला जारी है। प्रदेश सरकार की ओर से मंगलवार को राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या 657 बतायी गई थी। वहीं अभी तक 45 नये केस सामने आने के बाद ये संख्या 700 के पार पहुंच गई है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक किसी जगह संक्रमण को लेकर क्लस्टर मिलने पर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित जगह तीन किलोमीटर का कंटेनमेंट जोन बनाया जाता है। उसके आगे दो किलोमीटर का बफर जोन होता है। इस तरह कंटेनमेंट जोन और बफर जोन के अन्दर टीम किसी व्यक्ति में लक्षण मिलने पर उसे तत्काल फैसिलिटी क्वारंटाइन में ला रही है।
वहीं राजधानी में बुधवार को कोरोना से संक्रमित पहले मरीज की मौत हो गई। लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती नजीराबाद निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग ने दोपहर करीब 2:30 बजे दम तोड़ दिया। बुजुर्ग को केजीएमयू में कोरोना वार्ड में वेंटिलेटर पर रखा गया था। नजीराबाद निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग को सांस में तकलीफ, बुखार व सर्दी-जुकाम के लक्षणों के बाद बीते शनिवार को केजीएमयू लाया गया था। पहले ट्रॉमा कैजुअल्टी में भर्ती किया गया। यहां से उन्हें मेडिसिन विभाग में शिफ्ट किया गया। सोमवार को कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई। इसके बाद बुजुर्ग को कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया। हालत गंभीर होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक, बुजुर्ग को गंभीर हालत में भर्ती किया गया था। डायबिटीज की वजह से उनके गुर्दे प्रभावित हो गए थे। फेफड़ों में भी संक्रमण था। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी सेहत की निगरानी कर रही थी। दोपहर करीब ढाई बजे मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई।