वाशिंगटन। अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कानूनी सहयोगियों ने यह दलील देते हुए कई मुकदमे दर्ज कराए हैं कि उसके चुनाव प्रहरियों को राष्ट्रपति पद के चुनाव की मतदान प्रक्रिया में उचित पहुंच मुहैया नहीं कराई गई, इसलिए व्यापक स्तर पर धोखाधड़ी होने की आशंका है। इनमें से कई मुकदमों को सबूतों के अभाव में खारिज कर दिया गया है।
चुनाव परिणाम में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन की जीत की घोषणा के बाद ट्रंप ने चुनाव में धांधली होने का आरोप लगाया है, लेकिन उन्होंने अपने दावों को पुख्ता करने के लिए कोई विश्वसनीय जानकारी मुहैया नहीं कराई है, जबकि राज्य एवं संघीय अधिकारियों ने 2020 चुनाव को सुरक्षित बताकर उसकी प्रशंसा की है।
चुनाव प्रहरी किसी पार्टी का ऐसा व्यक्ति होता है, जो यह सुनिश्चित करने के लिए मतदान या मतों की गिनती की निगरानी करता है कि उसकी पार्टी के साथ किसी प्रकार की धोखाधड़ी न हो।
चुनावी अधिकारियों ने कहा कि वे कई चुनाव प्रहरियों के अत्यधिक आक्रामक होने की कुछ खबरों के बीच चुनाव प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की बाधा की आशंका को कम करने और कोरोना वायरस महामारी के कारण सामाजिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने के लिए उनकी पहुंच को सावधानीपूर्वक सीमित कर रहे हैं। कुछ स्थानों पर इन लोगों को छह फुट की दूरी पर खड़े रहने का आदेश दिया था।
ट्रंप की चुनाव प्रचार मुहिम ने कहा है कि शुरुआत से ही रिपब्लिकन चुनाव प्रहरियों को मतपत्रों की गणना की निगरानी के लिए पहुंच नहीं मुहैया कराई गई, जबकि चुनाव के लिए अहम माने जाने वाले राज्यों में अधिकारियों ने कहा कि सभी नियमों का पालन किया गया और वे पारदर्शिता अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।