वर्ल्ड टॉयलेट डे: भारत ने पूरा किया संकल्प, नारी शक्ति को गरिमा के साथ दिया स्वास्थ्य लाभ- पीएम


वर्ष 2001 में इस दिवस को मनाने की शुरुआत विश्व शौचालय संगठन द्वारा की गई थी। साल 2013 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इसे अधिकारिक तौर पर विश्व शौचालय दिवस घोषित कर दिया गया था।


Ritesh Mishra Ritesh Mishra
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नई दिल्ली। वर्ल्ड टॉयलेट डे यानि विश्व शौचालय दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में करोड़ों भारतीयों को हाइजीनिक शौचालय उपलब्ध कराने की एक अनूठी उपलब्धि मिली है। खासतौर पर इसने विशेष रूप से हमारी नारी शक्ति को गरिमा के साथ स्वास्थ्य लाभ दिया है।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया “विश्व शौचालय दिवस पर, भारत ने # Toilet4All के अपने संकल्प को मजबूत किया। पिछले कुछ वर्षों में करोड़ों भारतीयों को हाइजीनिक शौचालय उपलब्ध कराने की एक अनूठी उपलब्धि मिली है। इसने विशेष रूप से हमारी नारी शक्ति को गरिमा के साथ स्वास्थ्य लाभ दिया है।”

इस साल वर्ल्ड टॉयलेट डे पर इसकी थीम है ‘सस्टेनेबल सैनिटेशन एंड क्लाइमेट चेंज’ है और साल 2019 में “लीविंग नो वन बिहाइंड” थी।

हर साल 19 नवंबर को पूरे विश्व में ‘वर्ल्ड टॉयलेट डे’ मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, विश्व में आज भी लगभग आधी आबादी बिना टॉयलेट के जीवनयापन कर रही है, हाइजीन की दृष्टि से जो कि वाकई खतरनाक है। खुले में शौच करना मतलब बीमारियों को न्योता देना है।

वर्ष 2001 में इस दिवस को मनाने की शुरुआत विश्व शौचालय संगठन द्वारा की गई थी। साल 2013 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इसे अधिकारिक तौर पर विश्व शौचालय दिवस घोषित कर दिया गया था। यह दिन लोगों को विश्व स्तर पर स्वच्छता के संकट से निपटने के लिए प्रेरित करता है।