प्रयागराज/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में फूलपुर स्थित इफको के उर्वरक संयंत्र में अमोनिया गैस के रिसाव की घटना में सहायक प्रबंधक और उप प्रबंधक की मौत हो गई तथा 16 अन्य कर्मचारियों की तबीयत खराब हो गई। कंपनी ने बुधवार को बताया कि हालांकि, रिसाव को जल्द रोक दिया गया और कुछ ही समय में स्थिति सामान्य हो गई।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपए की सहायता का ऐलान किया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि गैस रिसाव से 16 अन्य कर्मचारी प्रभावित हुए और इनमें से तीन संविदा कर्मियों समेत 14 लोगों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में किया जा रहा है। इन सभी की हालत स्थित है। जबकि दो कर्मचारियों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
इफको ने कहा, ‘‘हमारे आपात प्रतिक्रिया समूह, अग्निशमन, सुरक्षा टीम और संयंत्र परिचालन करने वाले कर्मचारियों ने बहादुरी से काम किया और रिसाव को एक छोटे इलाके तक ही सीमिति किया और कुछ समय में ही स्थिति सामान्य हो गई।’’
कंपनी ने कहा कि कार्यकारी निदेशक स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में जांच समिति बनाई गई है जो मंगलवार रात को हुई इस घटना के कारण का पता करेगी।
इस बीच, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गैस रिसाव से कंपनी के दो अधिकारियों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दुर्घटना के कारणों की जांच करने के निर्देश भी दिए हैं।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये की सहायता प्रदान किये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दुर्घटना में घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश भी दिए हैं।
इफको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक यूएस अवस्थी ने कहा, ‘‘ हम कल रात करीब साढे़ दस बजे प्रयागराज के फूलपुर अमोनिया यूरिया संयंत्र में यांत्रिकी खराबी की वजह से हुई दुर्भाग्यपूर्ण पर घटना पर खेद जताते हैं। हमारे कर्मचारियों ने बहादुरी से स्थिति का सामना किया।’’
इफको ने बयान में कहा कि हादसा उस समय हुआ जब अमोनिया प्लंजर पंप अचानक टूट कर अलग हो गया और अमोनिया गैस का भारी रिसाव होने लगा।
इफको फूलपुर के जनसंपर्क अधिकारी विश्वजीत श्रीवास्तव ने कहा कि घटनास्थल पर ड्यूटी पर तैनात सहायक प्रबंधक वीपी सिंह और उप प्रबंधक अभय नंदन कुमार भी अमोनिया गैस रिसाव की चपेट में आ गए।
दोनों अधिकारियों को उपचार के लिए शहर के एक अस्पताल में ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 13 अन्य कर्मचारी और तीन संविदा कर्मी भी गैस रिसाव से प्रभावित हुए हैं। छह मरीजों का प्रयागराज के अस्पताल में इलाज चल रहा है जबकि 10 मरीजों का फूलपुर के कस्बे ही इलाज किया जा रहा है।
बयान के मुताबिक दो मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जबकि अन्य 14 की हालत स्थिर है।