रिलायंस जियो, गूगल का नया किफायती स्मार्टफोन 10 सितंबर से बाजार में उपलब्ध होगा


रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को कहा कि गूगल, जियो द्वारा संयुक्त रूप से विकसित जियोफोन ‘नेक्स्ट’ 10 सितंबर से बाजार में उपलब्ध होगा, जो वैश्विक स्तर पर सबसे किफायती स्मार्टफोन होगा।


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मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को कहा कि गूगल, जियो द्वारा संयुक्त रूप से विकसित जियोफोन ‘नेक्स्ट’ 10 सितंबर से बाजार में उपलब्ध होगा, जो वैश्विक स्तर पर सबसे किफायती स्मार्टफोन होगा।

अंबानी ने आरआईएल की 44वीं सालाना आमसभा में रिलायंस जियो और गूगल की साझेदारी में बने नए स्मार्टफोन जियोफोन – नेक्स्ट की घोषणा की। नया स्मार्टफोन जियो और गूगल के फीचर्स और ऐप से लैस होगा।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक अंबानी ने कहा, ‘‘नया स्मार्टफोन बेहद किफायती होगा और 10 सितंबर यानी गणेश चतुर्थी से बाजार में मिलने लगेगा।’’

कंपनी ने हालांकि जियो फोन – नेक्स्ट की कीमतों का खुलासा नही किया, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसकी कीमत काफी कम रखी जाएगी। विज्ञप्ति के अनुसार इस स्मार्टफोन को भारतीय बाजार के लिए विशेष तौर पर बनाया गया है और इसमें बेहतरीन कैमरा और एंड्रायड अपडेट भी मिलेंगे।

बीते साल रिलायंस जियो ने गूगल के साथ साझेदारी की घोषणा की थी।

इस अवसर पर अपने संबोधन में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, ‘‘गूगल और जियो का किफायती स्मार्टफोन खासतौर से भारत के लिए बनाया गया है और यह उन लाखों नए उपयोगकर्ताओं के लिए नई संभावनाएं खोलेगा जो पहली बार इंटरनेट का अनुभव करेंगे। गूगल क्लाउड और जियो के बीच एक नई 5जी साझेदारी एक अरब से अधिक भारतीयों को तेज इंटरनेट से जुड़ने में मदद करेगी।’’

बयान के मुताबिक गूगल क्लाउड और जियो के बीच एक नई 5जी साझेदारी एक अरब से अधिक भारतीयों को तेज इंटरनेट से जुड़ने में मदद मिलेगी।

अंबानी ने कहा, ‘‘5जी इकोसिस्टम विकसित करने और 5जी उपकरणों की एक श्रृंखला विकसित करने के लिए हम वैश्विक भागीदारों के साथ काम कर रहे हैं। जियो भारत को न सिर्फ 2जी से मुक्त बनाने के लिए काम कर रहा है, बल्कि 5जी से युक्त भी कर रहा है।’’

अंबानी ने बताया कि रिलायंस जियो डेटा खपत के मामले में दुनिया के दूसरे नंबर का नेटवर्क बन गया है। रिलायंस जियो के नेटवर्क पर हर महीने 630 करोड़ जीबी डेटा की खपत होती है, जो पिछले साल के मुकाबले 45 फीसदी अधिक है।