एनसीबी का गवाह गोसावी धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार, पुलिस हिरासत में भेजा गया

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महाराष्ट्र Updated On :

पुणे। क्रूज़ पर मादक पदार्थ मिलने के मामले में स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के स्वतंत्र गवाह किरण गोसावी को पुणे पुलिस ने धोखाधड़ी के एक मामले में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। यह मामला 2018 में दर्ज किया गया था।

बाद में एक स्थानीय अदालत ने गोसावी को पांच नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा। मुंबई के तट के पास एक क्रूज़ जहाज पर दो अक्टूबर को एनसीबी की छापेमारी के बाद, मामले में गिरफ्तार किए गए अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के साथ गोसावी की तस्वीरें तथा वीडियो सोशल मीडिया पर देखे गये।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फरार चल रहे गोसावी ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण नहीं किया है, बल्कि उसे गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि वह फरार रहने के दौरान उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना में अनेक जगहों पर रहा।

मादक पदार्थ मामले में एक अन्य स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल ने आरोप लगाया है कि आर्यन को एनसीबी कार्यालय लाए जाने के बाद उन्होंने गोसावी को फोन पर सैम डिसूजा नामक व्यक्ति से 25 करोड़ रुपये की मांग करने और मामला 18 करोड़ रुपये में तय करने के बारे में बात करते हुए सुना था, क्योंकि उन्हें ‘‘आठ करोड़ रुपये समीर वानखेड़े (एनसीबी की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक) को देने थे।’’

गोसावी ने सोमवार को सैल के सभी आरोपों को खारिज कर दिया था और कहा था कि वह लखनऊ पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करेगा।

पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने बृहस्पतिवार को बताया कि उन्होंने 2018 के धोखाधड़ी के एक मामले में गोसावी को गिरफ्तार कर लिया है।

गुप्ता ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पुणे पुलिस ने गोसावी को कात्रज इलाके से तड़के तीन बजे गिरफ्तार किया। बाद में उसे अदालत में पेश किया गया।

अधिकारी ने कहा, ‘‘ पुणे शहर में 2018 में धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया था, जिसमें गोसावी मुख्य आरोपी है।’’ इस मामले में आरोपपत्र 2019 में दाखिल किया गया था।

गुप्ता ने कहा, ‘‘ गोसावी ने पहले आत्मसमर्पण करने की बात कही थी, लेकिन ऐसा किया नहीं।’’

अधिकारी ने बताया कि गोसावी, सचिन पाटिल के नाम से विभिन्न होटल में ठहरता था और एक संगठन के साथ काम करने का दावा करता था।

गोसावी क्रूज जहाज पर छापे के दौरान संभवत: मौजूद था और उसे एनसीबी कार्यालय में उस समय देखा गया था जब आर्यन खान को वहां लाया गया।

एनसीबी ने उसे ‘स्वतंत्र गवाह’ के तौर पर बुलाया था।

इससे पहले पुणे पुलिस ने चिन्मय देशमुख द्वारा दर्ज कराए गए धोखाधड़ी के मामले में गोसावी की सहायक शेरबानो कुरैशी को गिरफ्तार किया था। देशमुख ने आरोप लगाया था कि गोसावी ने उसे मलेशिया में होटल उद्योग में नौकरी दिलाने के नाम पर उसके साथ 3.09 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। यह पैसे कुरैशी के खाते में डाले गए थे। यह मामला यहां फरासखाना थाने में दर्ज किया गया था।

इससे पहले, गोसावी को देश से बाहर जाने से रोकने के लिए पुलिस ने एक ‘लुकआउट नोटिस’ भी जारी किया था।

गुप्ता ने कहा कि उन्हें हाल में सोशल मीडिया पर आरोपी की एक तस्वीर दिखी और तब से वे उसकी तलाश कर रहे थे तथा कई जगहों पर पुलिस दल भेजे गये।

उन्होंने कहा, ‘‘आज सुबह हमें उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली।’’ अधिकारी के अनुसार, ‘‘हम पिछले दस दिन से उसका पता लगाने की कोशिश कर रहे थे। वह लखनऊ, हैदराबाद, फतेहपुर, जलगांव, मुंबई, पनवेल और लोनावाला समेत कई जगहों पर घूम रहे थे।’’

क्या पुणे पुलिस गोसावी को एनसीबी के जांच दल या मुंबई पुलिस के सुपुर्द करेगी, इस सवाल पर गुप्ता ने कहा कि यहां उसके खिलाफ मामला दर्ज है और उसे उस मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई जांच लंबित है तो उसे पहले पूरा किया जाएगा। अगर कोई नयी शिकायत आती है तो हम उस मामले में उसे हिरासत में लेंगे।’’

गुप्ता ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र की कोई और एजेंसी यदि गोसावी को हिरासत में लेना चाहती है तो उसे अधिकार है। गोसावी को बृहस्पतिवार को गिरफ्तारी के बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) आर के बाफना के समक्ष प्रस्तुत किया गया था।



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