त्रिपुरा में चुनाव के बाद 48 घंटों में हिंसा की 16 घटनाएं हुईं


सीईओ ने मीडिया को बताया, “सीएपीएफ की एक बड़ी संख्या अभी भी त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में है, जो चुनाव के बाद किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए 2 मार्च को मतगणना तक राज्य में रहेगी।”


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अगरतला। त्रिपुरा में 16 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव के बाद चुनाव के बाद हिंसा की कुल 16 घटनाएं हुई हैं, जिनमें 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गिते किरणकुमार दिनकरराव ने शनिवार को यह जानकारी दी। दिनकरराव ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा तैनात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियों में से बड़ी संख्या में वे नगालैंड और मेघालय में चुनाव के लिए गईं, जहां 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं।

सीईओ ने मीडिया को बताया, “सीएपीएफ की एक बड़ी संख्या अभी भी त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में है, जो चुनाव के बाद किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए 2 मार्च को मतगणना तक राज्य में रहेगी।”

दिनकरराव ने कहा कि चुनाव के बाद की हिंसा को देखते हुए शनिवार को सभी 23 अनुमंडलों में शांति बैठकें की गईं।

सीईओ ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि अगर कोई कानून हाथ में लेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अधिकारी ने कहा कि मतदान के दिन 16 फरवरी को राज्य के विभिन्न जिलों से हिंसा की केवल छह घटनाएं हुईं।