
देश की प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने कहा है कि कोरोना महामारी की वजह से पहली बार कार खरीदने वालों तथा दूसरा या अतिरिक्त वाहन खरीदने वालों के प्रतिशत में इजाफा हुआ है। इस महामारी के बीच लोग सार्वजनिक परिवहन के बजाय खुद के वाहन का इस्तेमाल करना चाहते हैं।
कंपनी ने कहा कि जुलाई में बेशक वाहन बिक्री की स्थिति सुधरी है लेकिन त्योहारी सीजन का परिदृश्य इस बात पर निर्भर करेगा कि तब तक इस स्वास्थ्य संकट की स्थिति कैसी रहती है। इसके अलावा दीर्घावधि में वाहनों की मांग अर्थव्यवस्था की बुनियाद पर निर्भर करेगी।
कंपनी के कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘पहली बार कार खरीदने वालों की संख्या बढ़ी है। कार बदलने वालों की संख्या कम हुई है। वहीं एक और वाहन या अतिरिक्त कार खरीदने वालों की संख्या भी बढ़ी है।’’अब लोग सार्वजनिक परिवहन के बजाय अपना वाहन इस्तेमाल करने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
इसके अलावा कुछ समय के लिए उनकी आमदनी का स्तर भी कम हुआ। इस तरह का रुख मांग के नीचे की ओर जाने को दर्शाता है। यह काफी तर्कसंगत है। अभी तक जो आंकड़े आ रहे हैं उनसे भी यही पता चलता है।’’
कंपनी के कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘पहली बार कार खरीदने वालों की संख्या बढ़ी है। कार बदलने वालों की संख्या कम हुई है। वहीं एक और वाहन या अतिरिक्त कार खरीदने वालों की संख्या भी बढ़ी है।’’अब लोग सार्वजनिक परिवहन के बजाय अपना वाहन इस्तेमाल करने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मारुति की बिक्री में बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही की तुलना में पहली बार कार खरीदने वालों की संख्या 5.5 प्रतिशत बढ़कर 51-53 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इसके अलावा वाहन खरीदने के लिए पूछताछ भी कोविड-19 से पूर्व के 85 से 90 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इसमें मिनी और कॉम्पैक्ट खंड का हिस्सा सबसे अधिक यानी 65 प्रतिशत है। पहले यह 55 प्रतिशत था।
जुलाई में मारुति की मिनी कारों…आल्टो तथा एस-प्रेसो की बिक्री 49.1 प्रतिशत बढ़कर 17,258 इकाई पर पहुंच गई। पिछले साल समान महीने में यह 11,577 इकाई रही थी।
वहीं कॉपैक्ट खंड…वैगनआर, स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो तथा डिजायर की बिक्री 10.4 प्रतिशत घटकर 51,529 इकाई रह गई, जो जुलाई, 2019 में 57,512 इकाई थी। जुलाई में घरेलू बाजार में कंपनी की कुल बिक्री 1.3 प्रतिशत बढ़कर 97,768 इकाई पर पहुंच गई।