
गोरखपुर में नीट अभ्यर्थी दीपक गुप्ता की हत्या के आरोपी और गो तस्कर जुबैर को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। रामपुर जिले के गंज थाना क्षेत्र में आरोपी के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो गई। जिसमें पुलिस की गोली लगने से वो घायल हो गया, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पहचान कोतवाली थाना क्षेत्र के घेर मर्दान खां निवासी जुबैर उर्फ कालिया के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि आरोपी पिछले आठ साल से पशु तस्करी में लिप्त था। उस पर पुलिस की ओर से एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
मुरादाबाद परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मुनिराज जी ने संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार रात रामपुर के गंज थाना क्षेत्र में चाकू चौक से मंडी को जाने वाले रास्ते पर पुलिस जांच के दौरान एक मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति आते दिखे। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो दोनों ने भागने का प्रयास किया।
पुलिस के रोकने पर भी वो रुके नहीं, और बचने के लिए पुलिस पर ही फायर कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की जिसमें एक आरोपी गोली लगने से घायल गया। जिसके बाद पुलिस उसने जिला अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डीआईजी ने बताया कि इस गोलीबारी में उपनिरीक्षक राहुल जादौन और आरक्षी संदीप कुमार घायल हो गए। घायल पुलिस कर्मियों को भी इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया हैं। उनकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही हैं।
कालिया गोरखपुर के पिपराइच हत्याकांड का मुख्य आरोपी था और उसकी तलाश रामपुर व गोरखपुर पुलिस को थी। जुबैर के खिलाफ रामपुर, बलरामपुर, गोंडा और गोरखपुर जिलों में पशु क्रूरता अधिनियम, गोहत्या, हत्या के प्रयास और हत्या सहित कुल 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
बता दें कि गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र में 16 सितंबर को 19 वर्षीय दीपक गुप्ता की हत्या कर दी गई थी। दीपक नीट की तैयारी कर रहा था। जब वह तस्करों को जानवरों की चोरी करने से रोक रहा था, इसी दौरान तस्कर उसे खींचकर अपने साथ गाड़ी में ले गए और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी।