बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें चिटगांव में कई हिंदुओं के घर जला दिए गए हैं। पुलिस आरोपियों की पहचान में जुटी है। मामलों में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
19 दिसंबर की देर रात कुछ उपद्रवियों ने लक्ष्मीपुर सदर में एक घर को बाहर से बंद कर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। आग में जिंदा जलने से एक 7 साल की बच्ची की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे। पुलिस के मुताबिक घटना रात करीब 1 बजे हुई थी। आग लगने से 7 साल की बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई थी।
18 दिसंबर को ढाका के पास भालुका में हिंदू युवक दीपू चंद्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उन पर ईशनिंदा का आरोप लगाया था। दीपू कपड़ा कारखाने में काम करते थे। दावा था कि दीपू ने फेसबुक पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली टिप्पणी की थी, लेकिन जांच में ऐसी किसी टिप्पणी के सबूत नहीं मिले। जबकि यह हत्या फैक्ट्री में काम को लेकर हुए विवाद का नतीजा थी।
