लेखक, दि एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टिट्यूट में वरिष्ठ निदेशक सोशल ट्रांसफार्मेशन हैं।
स्वाभाविक रूप से लोकतन्त्र के चारों स्तम्भों का होनेवाला नैतिक पतन ही इसका ज़िम्मेवार है।
समान्यतया “छठ महापर्व” बिहार में मनाया जानेवाला चार दिवसीय पर्व है लेकिन अब यह बिहार का न रह कर “बिहारियों”का पर्व बन गया है।
गाँधी की जीवन यात्रा ही उनकी विचारधारा बन गयी जो बाद में ‘गांधीवाद’ के नाम से प्रसिद्ध हुई। गाँधी उस तरह के व्यक्ति रहे है।
स्वामी रामकृष्ण शिक्षा लगभग नगण्य थी लेकिन कम पढ़े- लिखे होने के बावजूद भी उन्होंने अपनी साधना एवं भक्ति से तथा अपने जीवन के व्यावहारिक ज्ञान के कारण जो भी प्रकाण्ड पंडित उनके…
पिछले साल कोरोना के ‘फ्रंट लाईन वर्कर’ के रूप में देश भर के अस्पताल एवं डॉक्टर्स पर पुष्प वर्षा करके सरकार द्वारा जनता की ओर से आभार भी व्यक्त किया गया है। जिस…
भारतीय संविधान में भी अनु 23 (जो मानव व्यापार, बंधुआ मजदूरी का निषेध करता है) तथा अनु 24(जो फैक्ट्री में कार्य करने या खनन उधयोगों के लिए बच्चों का प्रतिषेध करता है) जैसे…
तंबाकू उत्पादों के बढ़ते उपभोग एवं उसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 31 मई 1987 से विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने का निर्णय लिया। जिसके बाद…
आज विश्व के लगभग 80 देशों में मई दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय अवकाश की व्यवस्था है। मजदूरों के बलिदान दिवस के रूप में विश्व भर के मजदूरों के प्रति सरकार के रुख…