पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दिन बुधवार को मुंगेर की घटना को लेकर विपक्ष ने प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार पर जोरदार हमला बोला। सोमवार की रात को देवी दुर्गा की मूर्ति विर्सजन के दौरान हुई झडप में कथित तौर पर पुलिस गोलीबारी में एक युवक की मौत को जलियांवाला बाग जैसी घटना बताया।
वहीं केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने मुंगेर की घटना की निंदा करते हुए कहा था कि अधिकारी चाहे कितने भी रसूख वाला हों, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
बेगूसराय जिले में आरसीपी सिंह के बुधवार को पहुंचने पर आक्रोशित पदर्शनकारियों ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिले मे दूसरे चरण में 3 नवंबर को मतदान है।
राजद, कांग्रेस और तीन वामपंथी दलों के विपक्षी महागठबंधन ने बुधवार सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस घटना में उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग की।
विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के वरिष्ठ नेता उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से पूछा कि “मुंगेर पुलिस को ‘जनरल डायर’ की तरह काम करने की इजाजत किसने दी।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बाद में दिन में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार की तुलना, ब्रिटिश सेना के अधिकारी रेजिनाल्ड डायर से की जिन्होंने अमृतसर में सैन्य कार्रवाई की अध्यक्षता की थी।
जन अधिकार पार्टी के संस्थापक और मधेपुरा से पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने ट्वीट कर पूछा, ‘मुंगेर की एसपी लिपि सिंह जनरल डायर है तो नरसंहार का मुख्य साजिशकर्ता लार्ड चेम्सफोर्ड कौन है?
मुंगेर जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत दीन दयाल उपाध्याय चौक पर सोमवार देर रात देवी दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई गोलीबारी और पथराव में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सुरक्षाकर्मियों सहित दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे।
स्थानीय लोगों ने पुलिस की गोलीबारी में 20 साल की उम्र के एक युवक की मौत का आरोप लगाया। इस पर मुंगेर के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा था कि वह भीड़ के बीच से किसी के द्वारा चलाई गई गोली से मारा गया था।
पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने कहा था कि कुछ असामाजिक तत्वों ने दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान पथराव किया, जिसमें 20 जवान घायल हो गए। भीड़ की तरफ से भी गोलीबारी की गई जिसमें दुर्भाग्य से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
इस घटना के बाद जिले में तनाव बढ़ गया है और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी पुलिस की तैनाती से ऐसा लग रहा है कि मुंगेर जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में बुधवार को हुई मतदान पर इसका असर पड़ा है।
बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में प्रदेश के 71 विधानसभा सीटों पर बुधवार को हुए मतदान के औसत प्रतिशत 53.54 से कम 47.36 प्रतिशत मुंगेर में मतदान हुआ जबकि 2015 के चुनाव में यहां मतदान का प्रतिशत 52.24 रहा था ।
मुंगेर जिले की पुलिस अधीक्षक लिपी सिंह नीतीश के विश्वासपात्र माने जाने पूर्व आईएएस अधिकारी एवं जदयू के राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह की कुमार के करीबी सहयोगी की बेटी हैं।