‘बिहार में का बा’ के जबाब में ‘बिहार में ई बा’

पटना। फिल्म अभिनेता मनोज वाजपेयी का चर्चित भोजपुरी रैप सांग ‘मुंबई में का बा’ की तर्ज पर बिहार की  युवा एवं उभरती लोक गायिका नेहा सिंह राठौर का चर्चित  गीत ‘बिहार में का बा..’ से भाजपा परेशान हो गयी है। इसके जवाब में भाजपा ने ‘बिहार में ई बा’ गीत प्रस्तुत किया है जिसमें नीतीश कुमार की एनडीए सरकार की उपलब्धियों को बताया गया है। अभिनेता मनोज ने यह गीत प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा को अभिव्यक्त करती है।

दो मिनट के विडियो गीत में भाजपा ने चिकित्सा सुविधा और शिक्षा व्यवस्था के साथ साथ कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों के लिए कार्यक्रमों का उल्लेख किया गया है। इसमें एनडीए शासनकाल में हुए विकास कार्यों को उल्लेख भी हुआ है जिसमें आईआईटी,आईआईएम और एम्स की स्थापना से लेकर पुलों और सड़कों के निर्माण आदि शामिल हैं।

यह विडियो मंगलवार को जारी किया गया। इसमें पूरे राज्य की तस्वीरें शामिल की गई हैं। विकास कार्यों,बौध्द,जैन मंदिरों के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के भाषण शामिल किए गए हैं।

आश्चर्यजनक रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर और भाषण इसमें नहीं हैं जिनके नेतृत्व में गठबंधन चुनाव लड़ रहा है। इस विडियो के माध्यम से मुंबई में का बा गीत का जबाब दिया गया है जिस विडियो ने पिछले एक महीने से यू-ट्यूब पर धूम मचा रखा है।

भाजपा प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि यह विडियो फिल्म विपक्ष के भ्रामक प्रचार के जबाब में तैयार किया गया है कि बिहार से मजदूरों का पलायन रोजगार व दूसरी जरूरी सुविधाओं की कमी की वजह से होता है। इसलिए पिछले पंद्रह वर्षों में हुए कार्यों को इसमें प्रमुखता से दिखाया गया है।

विडियो के बोल नीतीश राज में हुए बदलावों के बारे में हैं। नीतीश के राज में बदलल अपन बिहार हो-जैसे गीत शामिल किए गए हैं। कहा गया है कि लोग अब अपने घर से भी काम कर सकते हैं। लगातार बिजली मिलती है, बेहतर शिक्षा व्यवस्था और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है।

बिहार भाजपा आईटी सेल के प्रमुख मनन कृष्णा ने कहा कि मनोज वाजपेयी के गाने का इस्तेमाल विपक्षी पार्टियां कर सकती है जिससे बिहार में विकास नहीं होने के अपने आरोप को वाजिब ठहरा सके। इसलिए इसका जवाब तैयार करना जरूरी था।

इसमें अगले पांच वर्षों में किए जाने वाले कामों के बारे में भी बताया गया है। जिसमें बिहार को हर मामले में आत्मनिर्भर बनाना शामिल है। चूंकि ग्रामीण इलाके में लोग भोजपुरी बेहतर ढंग से समझते हैं, इसलिए इसमें भोजपुरी का ही इस्तेमाल किया गया है।

भाजपा इस तरह के कई गीत प्रस्तुत करने की तैयारी में है। आईटी सेल प्रमुख कृष्णा ने बताया कि हम प्रतिदिन एक इफोग्राफिक पेश करने की तैयारी में हैं। पार्टी ने ई-बा सीरीज ही आरंभ करने वाली है। आमतौर पर भाजपा डिजिटल कंटेंट को करीब एक लाख वाट्सअप समूहों के माध्यम से प्रस्तुत करती है।

चुनाव प्रचार के दौरान एक अन्य भोजपुरी गीत भी काफी प्रचलित हो रहा है जो बेरोजगारी के बारे में है। इसे नेहा सिंह राठौर ने गाया है। यह गीत-बिहार से बेरोजगार बोल तानी- में नीतीश सरकार पर निशाना साधा गया है।

First Published on: October 15, 2020 8:47 AM
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