सुल्तानपुर। सुल्तानपुर पुलिस ने एक महिला और उसकी 21 वर्षीय बेटी की कथित हत्या के आरोप में एक टेंट हाउस के मालिक को उसके दो भाइयों के साथ गिरफ्तार किया है। तीनों भाइयों की पहचान इरफान (टेंट हाउस के मालिक), सदन और शहजाद के रूप में हुई है। मृतकों की पहचान 40 वर्षीय शकुंतला और उनकी बेटी विजयलक्ष्मी के रूप में हुई है। मां-बेटी 29 जून को अपने घर में मृत पाई गई थीं। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त एक तमंचा भी बरामद किया है।
सुल्तानपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी), सोमेन बरमा ने सोमवार को कहा कि शकुंतला का पति सब्जी बेचता था। उसके पास अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसे नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “इरफान ने महिला के साथ दोस्ती कायम की और उस पर बहुत पैसा खर्च करना शुरू कर दिया। वह उसे घुमाने के लिए अपनी लग्जरी कार में ले जाता था। फिर वह उसकी 21 वर्षीय बेटी से मिला और मां से उसे अपने साथ लाने के लिए कहा। बेटी ने उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया और इसके बाद महिला और इरफान के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए।”
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इरफान ने अपने दो भाइयों के साथ मिलकर मां-बेटी की हत्या की योजना बनाई थी। 29 जून को इरफान अपने दो भाइयों के साथ महिला के घर में दाखिल हुआ, जब उसका पति बाहर था और सदन को बाहर खड़े रहने के लिए कहा।
इरफान ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया, “मैंने शकुंतला को विजयलक्ष्मी से शादी कर देने के लिए मनाने की कोशिश की और यहां तक कि उसकी पढ़ाई के लिए पैसे देने और उसे सभी विलासिता के साथ लाड़-प्यार करने के लिए तैयार किया, लेकिन लड़की ने इनकार कर दिया।”
इरफान ने कहा, “उसके मना करने से परेशान होकर मैंने शकुंतला पर खर्च किए अपने सारे पैसे वापस मांगे, जिसके कारण झगड़ा हुआ। गुस्से में मैंने कुल्हाड़ी निकाली और उसकी गर्दन काट दी। इसके बाद हमने विजयलक्ष्मी को पकड़ लिया, जो चिल्लाने लगी। मगर हमने उसे भी मार डाला।”
इरफान की कॉल डिटेल्स से पता चला कि उसके और शकुंतला के बीच 500 से ज्यादा कॉल का आदान-प्रदान हुआ था।