लखनऊ/बलिया। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पत्रकार को उसकी बेटी के सामने गोली मारकर मौत के घाट उतारने देने की घटना के अभी एक महीने भी नहीं हुए कि प्रदेश में एक और पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
पुलिस के अनुसार उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में सोमवार रात को एक हिंदी समाचार चैनल के साथ काम करने वाले पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। पुलिस ने कहा कि रतन सिंह के रूप में पहचाने जाने वाले पत्रकार की हत्या सोमवार को बलिया जिले के फफना इलाके में कर दी गई है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय यादव ने कहा कि, “हिंदी समाचार चैनल के साथ काम करने वाले 45 वर्षीय पत्रकार रतन सिंह की सोमवार रात फेफना में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस संबंध में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।”
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, गोली मारने वाला पत्रकार का ही सहयोगी था और पत्रकार की मौत, उनके सहयोगी के साथ शुरू हुए कुछ विवाद के बाद झगड़े के बड़ा रूप लेने के बाद हुआ।
एसपी देवेंद्र नाथ ने कहा, “पत्रकार की ग्राम प्रधान के आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच कोई पुराना विवाद था। जांच जारी है। सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
बता दें कि उत्तर प्रदेश में एक महीने में यह दूसरे पत्रकार की हत्या है। इससे पहले 22 जुलाई को एक हिन्दी अखबार से जुड़े पत्रकार संजय जोशी की भतीजी से छेड़छाड़ का विरोध करने पर गुण्डों बीच सड़कर पर खुलेआाम गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस की घोर लापरवाही उजागर हुई थी, क्योंकि छेड़छाड़ को लेकर संजय जोशी ने नजदीकी पुलिस थाने पर इन गुण्डों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन पुलिस सोती रही और बाद में उन्ही गुण्डों ने पत्रकार जोशी की खुलेआम सड़क पर गोली मारकर हत्या कर दी।
प्रियंका गांधी ने यूपी में पत्रकारों की हत्या पर उठाए सवाल
19 जून – श्री शुभममणि त्रिपाठी की हत्या
20 जुलाई – श्री विक्रम जोशी की हत्या
24 अगस्त- श्री रतन सिंह की हत्या, बलियापिछले 3 महीनों में 3 पत्रकारों की हत्या।
11 पत्रकारों पर खबर लिखने के चलते FIR।यूपी सरकार का पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतन्त्रता को लेकर ये रवैया निंदनीय है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 25, 2020
उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी में पत्रकार की हो रही हत्या और सरकार द्वारा उनके खिलाफ चलाए जा रहे दमन की नीतियों पर सवाल उठाएं हैं। उन्होंने पत्रकारों की हत्या और पत्रकारों के खिलाफ यूपी सरकार द्वारा दर्ज मुकदमों की एक फेरहिस्त ट्वीट कर पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतंत्रता को लेकर तीखा सवाल किया है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ” पिछले 3 महीनों में 3 पत्रकारों की हत्या। 11 पत्रकारों पर खबर लिखने के चलते FIR। यूपी सरकार का पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतन्त्रता को लेकर ये रवैया निंदनीय है।”