
फरीदाबाद/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकेरु गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के फरीदाबाद के एक गेस्ट हाउस में छिपे होने की सूचना के बाद पुलिस ने वहां छापेमारी की, हालांकि वह पुलिस के हाथ नहीं लगा।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि फरीदाबाद क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दुबे यहां ब़ड़खल चौक स्थित एक ओयो होटल में छिपा है। उन्होंने बताया कि इसी आधार पर फरीदाबाद की अपराधा शाखा के दल ने होटल में छापेमारी की। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मौके पर गोली भी चली है, लेकिन पुलिस ने इससे इंकार किया है ।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार पुलिस टीम ने होटल के एक-एक कमरे की बारीकी से तलाशी ली, लेकिन विकास दुबे वहां नहीं मिला। बताया जा रहा है कि दुबे गेस्ट हाउस में छापेमारी से पहले ही चुपचाप पैदल ही वहां से निकल गया।
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज से ही इसकी सच्चाई सामने आयेगी कि दुबे वास्तव में वहां था भी या नहीं। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज में गमछा लपेटे एक व्यक्ति दिख रहा है जो दुबे जैसा ही लग रहा है । उसने नीले रंग का मास्क पहना हुआ है और इसी रंग की जींस और गुलाबी टीशर्ट पहने है ।
चर्चा है कि दुबे फरीदाबाद में 2-3 दिन रुका था और वह ओयो होटल के अलावा नहर पार की न्यू इंदिरा कॉलोनी में अपने कुछ दूर के रिश्तेदारों के यहां भी रूका था। पुलिस के अपुष्ट सूत्रों ने बताया है कि इस मामले में अपराधा शाखा की टीम ने दो तीन लोगों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया है ।
वारदात के छह दिन बाद भी यूपी पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने में नाकाम रही है। हरियाणा के फरिदाबाद में दो-तीन ठहरने के बाद भी पुलिस को इसकी भनक नहीं लगना और बाद में पुलिस को पता चलते ही होटल से फरार हो जाना इस बात को दर्शाता है कि इस गैंगेस्टर का खुफिया तंत्र शायद पुलिस से भी ज्यादा मजबूत है। पुलिस की यह नाकामी कई सवाल खड़े करती है।
इनामी राशि बढ़ाने में जुटी यूपी की नाकाम पुलिस
वारदात के छह दिन बाद भी यूपी पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने में नाकाम रही है। हरियाणा के फरिदाबाद में दो-तीन ठहरने के बाद भी पुलिस को इसकी भनक नहीं लगना और बाद में पुलिस को पता चलते ही होटल से फरार हो जाना इस बात को दर्शाता है कि इस गैंगेस्टर का खुफिया तंत्र शायद पुलिस से भी ज्यादा मजबूत है। पुलिस की यह नाकामी कई सवाल खड़े करती है।
वहीं इस गैंगस्टर को पकड़ने में नाकाम यूपी पुलिस अपराधी पर इनामी राशी बढ़ाने में जुट गई है और पिछले तीन दिनों में इनामी राशि को चौथी बार बढ़ाकार पांच लाख कर दिया है।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बुधवार को बताया कि ‘ विकास दुबे पर अब पांच लाख रूपये का इनाम घोषित कर दिया गया है।’ यह इनाम उसे दिया जायेगा जो विकास के बारे में सही जानकारी देगा। पुलिस उसका नाम गुप्त रखेगी ।
दो और तीन जुलाई को घटित इस जघन्य अपराध के तुरंत बाद पुलिस महानिरीक्षक कानपुर मोहित अग्रवाल ने दुबे पर पचास हजार रूपये का इनाम घोषित कर दिया। जिसे बाद में बढाकर एक लाख रूपये, फिर सोमवार को यह इनामी राशि बढा कर ढाई लाख रूपये कर दिया गया और आज बुधवार को इसे पुनः बढ़ाकार पांच लाख रुपये कर दिया गया है।
बता दें कि बृहस्पतिवार को कानपुर के चौबेपुर के बिकेरू गांव में मुठभेड़ के दौरान हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे और उसके गुर्गो ने पुलिस क्षेत्राधिकारी समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी।
इस घटना के तुरंत बाद पुलिस महानिरीक्षक कानपुर मोहित अग्रवाल ने दुबे पर पचास हजार रूपये का इनाम घोषित कर दिया था। बाद में इसे बढाकर एक लाख रूपये कर दिया गया था। सोमवार को विकास पर इनामी राशि बढाने का प्रस्ताव आई जी कानपुर ने पुलिस महानिदेशक उप्र को भेजा था जिसके बाद ढाई लाख रूपये का इनाम घोषित किया गया।
अब पुलिस को बुधवार को इस राशि में चौथी बार बढ़ाकर पांच लाख कर दिया है। घटना के छह दिन बाद भी विकास दुबे जिस प्रकार पुलिस की पकड़ से दूर हैं, उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि विकास दूबे इतना जल्दी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ने वाला है।