गुड़गांव। दिल्ली से सटे मिलेनियम सिटी गुड़गांव में एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश हुआ है। गोपनीय सूचना के बाद शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने सोहना रोड स्थित जेएमडी मेगापॉलिस मॉल के टावर-डी में छापा मारकर वहां संचालित ग्रीन रॉक इंटरप्राइजेज नामक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया। टीम ने मौके से सेंटर के संचालक को भी गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान दिल्ली के हरिनगर निवासी विक्रम वर्मा के रूप में की गई। मौके से चार कंप्यूटर एवं चार लैपटॉप भी कब्जे में लिए गए।
पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि सेंटर के माध्यम से यूएसए के लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। पहले कॉल सेंटर के कर्मचारी लैपटॉप एवं कंप्यूटर में एंटीवायरस व अन्य सॉफ्टवेयर में पॉप-अप के माध्यम से वैधता समाप्ति का मैसेज भेजते थे। फिर ग्राहकों से संपर्क करके एंटीवायरस (बिट, डिफेंडर, कैस्पर स्काई) के साथ ही अन्य सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर बेचते थे।
मुख्यमंत्री उड़नदस्ता गुरुग्राम के प्रभारी इंद्रजीत सिंह को जेएमडी मेगापॉलिस मॉल में फर्जी कॉल सेंटर के संचालन की सूचना मिली। इसके बाद इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। फिर सदर थाना पुलिस व डिटैक लैब की टीम के साथ छापेमारी की गई।
मुख्यमंत्री उड़नदस्ता गुरुग्राम के प्रभारी इंद्रजीत सिंह को जेएमडी मेगापॉलिस मॉल में फर्जी कॉल सेंटर के संचालन की सूचना मिली। इसके बाद इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। फिर सदर थाना पुलिस व डिटैक लैब की टीम के साथ छापेमारी की गई।
पुलिस के अनुसार, सेंटर में कर्मचारी कंप्यूटर पर काम कर रहे थे, वहीं सेंटर का संचालक विक्रम वर्मा एंटीवायरस व अन्य सॉफ्टवेयर बेचने के नाम पर खाते में डॉलर डलवाने के बारे में बात कर रहा था। सीएम उड़नदस्ता की टीम ने जब उससे साल सेंटर का लाइसेंस और एनओसी मांगा तो वह कुछ भी पेश नहीं कर सका। इसके बाद उसे टीम ने हिरासत में ले लिया।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि कर्मचारी रिमोट, एक्सेस सॉफ्टवेयर व कॉल के लिए आइबीम डायलर का प्रयोग करके यूएसए के लोगों को टारगेट करते थे। इसके बाद उनके कंप्यूटर व लैपटॉप से पॉप-अप हटाने व अन्य एंटीवायरस संबंधित कारणों को ठीक करने की एवज में डॉलर लेते थे। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि विक्रम वर्मा को शनिवार दोपहर अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए एक दिन की रिमांड पर लिया गया है।