सनसनीखेज अनुराग शर्मा हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, चार आरोपी गिरफ्तार


रामपुर के पुलिस अधिक ने बताया कि आज पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए दुर्गा कालौनी, आगापुर रोड निवासी छत्रपाल सिंह एवं पवन पुत्रगण रतनलाल, गड्डा कालौनी ज्वालानगर निवासी बाबू उर्फ हिमांशु पुत्र हेमन्त उर्फ हेमेन्द्र तथा नूर महल कालौनी निवासी राजकिशोर उर्फ दुरिया पुत्र राजवीर को गिरफ्तार कर लिया।



रामपुर। शुक्रवार को पुलिस ने अनुराग शर्मा हत्याकांड का खुलासा करते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से बाइक, हत्या में प्रयुक्त की गई एक पिस्टल 32 बोर, 05 कारतूस जिन्दा 32 बोर, 02 तमचें 315 बोर, 04 कारतूस जिन्दा 315 बोर, 02 खोखा कारतसू 315 बोर बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक रामपुर ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कुछ दिन पूर्व ज्वालानगर आगापुर निवासी शिवसेना नेता अनुराग शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें अनुराग शर्मा की पत्नि शालिनी शर्मा ने चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। इस हत्याकांड के खुलासे को पुलिस की चार टीमें गठित की थीं।
उन्होंने बताया कि आज पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए दुर्गा कालौनी, आगापुर रोड निवासी  छत्रपाल सिंह एवं पवन पुत्रगण रतनलाल, गड्डा कालौनी ज्वालानगर निवासी बाबू उर्फ हिमांशु पुत्र हेमन्त उर्फ हेमेन्द्र तथा नूर महल कालौनी निवासी राजकिशोर उर्फ दुरिया पुत्र राजवीर को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में बाबू उर्फ़ हिमांशु ने बताया कि वर्ष-2011 में बरेली निवासी सुनील ने  मेरे पिता हेमेन्द्र की हत्या कर दी थी। जो कि अनुराग शर्मा के साथ रहता था। इस मामले में सुनील जेल भी गया था,मगर बाद में अनुराग शर्मा ने मेरी माँ पर दवाब बनाकर फैसला करा दिया। मौहल्ले के लोग आये दिन मुझे ताने देते रहते थे कि तेरे बाप का हत्यारा खुले आम घुम रहा है।
पुलिस के अनुसार पूछताछ में हिमांशु ने आगे बताया कि सुनील अनुराग के साथ रहता था जिसको लेकर मैं अन्दर ही अन्दर अनुराग शर्मा के प्रतिकाफी द्वेशभावना रखता था। अनुराग शर्मा का साथी छत्रपाल सिंह यादव अक्सर मुझे अपने बाप का बदला लेने के लिए उकसाता रहता था। छत्रपाल ने अनुराग शर्मा को मारने के लिए एक व्यक्ति दिया जो अनुराग का दुश्मन था और भी हथियार भी मुहैया कराये और मुझे जेल में जाने से भी बचाने का भी भरोसा दिलाया। 20 मई को छत्रपाल ने अनुराग शर्मा कि हत्या के सम्बन्ध में राजकिशोर उर्फ दुरिया मेरे पास भेजा।
राजकिशोर उर्फ दुरिया रूद्रपुर से एक मोटरसाइकिल पर रामपुर आ गये। हम दोनों सीधे छत्रपाल सिंह के घर गये वहां पर छत्रपाल सिंह का भाई पवन मिला जिसने हत्या के लिए हथियार व मोटरसाइकिल दी। पवन ने ही हमें बताया कि आप लोग मैन रोड पर जाकर खड़े हो जाओं कुछ ही देर में अनुराग शर्मा स्कूटी से अकेला आएगा तभी मारना है।
अनुराग शर्मा के आने पर हम दोनों ने उसका पीछा किया गया तथा आगापुर रोड पर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।