
नई दिल्ली। दिल्ली के गीता नगर कॉलोनी इलाके में 17 वर्षीय एक लड़के का चार वर्ष पहले लिंग परिवर्तन के लिए जबरन ऑपरेशन कराया गया और कुछ लोगों ने कई बार उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। दिल्ली महिला आयोग ने बतया कि लड़के की कुछ लोगों से मुलाकात चार वर्ष पहले एक कार्यक्रम में हुई थी। वे लोग उस लड़के को डांस सिखाने और काम दिलाने के नाम पर मंडावली ले गए।
महिला आयोग के अनुसार, शुरुआत में उसने कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और इसके लिए उसे कुछ पैसे भी मिले, लेकिन कुछ वक्त बाद वे लोग उस पर दबाव बनाने लगे और कहने लगे कि वह अब उन्हें छोड़कर घर नहीं जा सकता तथा उसे उन्हीं लोगों के साथ मंडावली में ही रहना होगा।
लड़के को आरोपियों ने नशीला पदार्थ पिलाया और उसके साथ मारपीट की। लिंग परिवर्तन के लिए लड़के का जबरन ऑपरेशन कराया गया और उस वक्त उसकी उम्र मात्र 13 वर्ष थी। लड़के ने कहा कि उसे हार्मोन्स की कुछ ऐसी दवाएं दी गईं जिससे वह लड़िकयों जैसा दिखने लगे। इसके बादआरोपियों ने लड़के से कई बार दुष्कर्म किया और उससे सड़कों पर भीख भी मंगवाई।
महिला आयोग की मानें तो कुछ माह बाद उसके जानने वाले एक अन्य व्यक्ति को भी मंडावली लाया गया और उसे भी शारीरिक प्रताड़ना दी गई तथा यौन शोषण किया गया। आरोपी उसका भी ऑपरेशन कराने की फिराक में थे। पिछले वर्ष मार्च में लॉकडाउन के दौरान दोनों किसी तरह भागने में सफल रहे और लड़का अपनी मां के पास पहुंच गया। मां ने दोनों लोगों को किराए पर मकान लेकर दिया, लेकिन आरोपी उनको तलाशते हुए वहां भी पहुंच गए और उनके साथ मारपीट कर उन्हें वापस मंडावली ले गए।
आरोपियों ने फिर उनके साथ दुष्कर्म किया। बयान में कहा गया कि दोनों कुछ दिन बाद बचकर निकल गए और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां से एक वकील ने उन्हें दिल्ली महिला आयोग के कार्यालय में पहुंचाया। अयोग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई और पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिसंबर में मामला दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि यह स्तब्ध कर देने वाली और भयावह घटना है। उन्होंने कहा कि पुलिस सभी आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा दिलाए।