चंदौली। चंदौली जिले के सैय्यदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर गांव में रविवार देर रात एक छापेमारी के दौरान पुलिस की कथित पिटाई से 21 वर्षीय निशा यादव की मौत हो गई, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। इस घटना के कारण ग्रामीणों ने हिंसक विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने पत्थरबाजी की और एक एम्बुलेंस को क्षतिग्रस्त करने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग -2 को अवरुद्ध करने का प्रयास किया।
अपने पिता और हिस्ट्रीशीटर कन्हैया को पकड़ने के लिए छापेमारी के दौरान निशा गंभीर रूप से घायल हो गई थी। उसकी बहन को भी गंभीर चोटें आईं , क्योंकि उसने अपनी कलाई की नस काटने की कोशिश की।
एसपी चंदौली अंकुर अग्रवाल ने बताया कि इस संबंध में सैय्यदराजा के थानाध्यक्ष (एसओ) को निलंबित कर दिया गया है और निशा के परिवार की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।
घटना स्थल का जायजा लेने और जिला अस्पताल में घायल बच्ची से मुलाकात करने वाले आईजी वाराणसी रेंज के सत्यनारायण ने सोमवार को कहा कि शिकायत मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि घायल बच्ची की हालत स्थिर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एसओ सैय्यदराजा के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने कन्हैया यादव के यहां छापेमारी की थी। आईजी ने बताया कि पुलिस ने आपराधिक इतिहास रखने वाले कन्हैया के खिलाफ प्रत्यर्पण आदेश जारी किया गया था। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस उसकी तलाशी के लिए गई थी।
हालांकि, कन्हैया नहीं मिला जिसके बाद पुलिस ने उसके भाई को अपने साथ ले जाने की कोशिश की। निशा ने पुलिस की इस बात का विरोध किया तब एसओ सैय्यदराजा ने कथित तौर पर उसकी पिटाई की और उसकी मौत हो गई। उसकी बहन ने भी अपनी नस काटने की कोशिश की।
इस बीच, सैकड़ों ग्रामीण वहां जमा हो गए और पुलिस टीम पर हमला कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। जब पुलिस ने आगे की कार्रवाई के लिए निशा के शव को ले जाने की कोशिश की तो स्थानीय लोगों की गुस्साई भीड़ ने और भी हंगामा किया।