
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में अपहरण और हत्या की वारदातों का सिलसिला थम नहीं रहा है। कानपुर में संजीत यादव के अपहरण और हत्या के बाद राजनीति उबाल खत्म नहीं हुआ था कि दूसरे दिन हीं गोंडा में एक बच्चे का अपहरण हो गया और अपराधी चार करोड़ की फिरौती मांगने लगे, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई से बच्चा सही सलामत परिजनों को मिल गया। अभी इस मामले को बीते दो दिन भी नहीं हुए कि सीएम योगी के गृह नगर गोरखपुर से एक बच्चे के अपहरण और उसकी हत्या ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
खबरों के अनुसार गोरखपुर से अपहृत पांचवी कक्षा के छात्र बलराम गुप्त की हत्या कर दी गई है। बलराम का शव पिपराइच क्षेत्र के जंगल तिनकोनिया नंबर दो के केवटहिया नाले के पास से बरामद हुआ है।
पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को पकड़ा था जिनकी निशानदेही पर शव को बरामद किया गया है। रविवार को पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल छत्रधारी, टोला मिश्रौलिया से पांचवीं में पढ़ने वाले छात्र बलराम गुप्त को अगवा कर बदमाशों ने एक करोड़ रुपये की फरौती मांगी गई थी। शाम पांच बजे परिजनों के सूचना के बाद बच्चे की तलाश में पिपराइच पुलिस और क्राइम ब्रांच के साथ ही एसटीएफ की टीम को भी लगा दिया गया था।
जंगल धूसड़ से एक मुर्गा कारोबारी, मोबाइल सिम बेचने वाले एक दुकानदार और एक प्रापर्टी डीलर को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ की जा रही थी। बलराम के साथ अक्सर खेलने वाले उसके दोस्तों से भी घटना के बारे में जानकारी ली जा रही थी।
जंगल छत्रधारी गांव के मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्त, घर में ही किराने की दुकान चलाते हैं साथ ही जमीन के कारोबार से भी जुड़े हैं। उनका बेटा बलराम दिन में 12 बजे के आसपास खाना खाने के बाद दोस्तों के साथ खेलने निकला और घर नहीं लौटा। तीन बजे महाजन गुप्त के मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। दूसरी तरफ से बोलने वाले ने उन्हें बताया कि बलराम का अपहरण कर लिया गया है। उसे छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपये का इंतजाम कर लो अगली फोन रकम कब और कहां पहुंचानी है बताई जाएगी। इतना कहने के बाद उसने फोन काट दिया।
जंगल छत्रधारी गांव के मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्त, घर में ही किराने की दुकान चलाते हैं साथ ही जमीन के कारोबार से भी जुड़े हैं। उनका बेटा बलराम दिन में 12 बजे के आसपास खाना खाने के बाद दोस्तों के साथ खेलने निकला और घर नहीं लौटा। तीन बजे महाजन गुप्त के मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। दूसरी तरफ से बोलने वाले ने उन्हें बताया कि बलराम का अपहरण कर लिया गया है। उसे छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपये का इंतजाम कर लो अगली फोन रकम कब और कहां पहुंचानी है बताई जाएगी। इतना कहने के बाद उसने फोन काट दिया।
महाजन ने उस नंबर पर फोन किया तो मोबाइल स्विच आफ मिला, लेकिन थोड़ी देर बाद 10-10 मिनट के अंतरातल पर उसी नंबर से दो बार फिर फोन आया और दोनों बार बलराम को अगवा कर लिए जाने की बात दोहराते हुए एक करोड़ रुपये का इंतजाम करने की बात भी दोहराई गई। महाजन को बेटे के अगवा होने की बात पर भरोसा नहीं हो रहा था। इसलिए उन्होंने पहले उसको गांव में तलाश किए। काफी तलाश करने के बाद भी जब उसका कहीं पता न चला तो लोगों को बेटे को अगवा किए जाने को लेकर आए फोन और एक करोड़ रुपये फिरौती मांगे जाने के बारे में बताया। लोगों के कहने पर शाम पांच बजे 112 नंबर पर फोन कर उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी।
बच्चे को अगवा कर लिए जाने की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस से लेकर अधिकारियों तक के होश उड़ गए। कुछ ही देर में क्षेत्राधिकारी चौरीचौरा रचना मिश्रा के अलावा पिपराइच और गुलरिहा थाने की पुलिस तथा क्राइम ब्रांच तथा एसटीएफ गोरखपुर की टीम मौके पर पहुंच गईं। बलराम के साथ खेलने अक्सर खेलने वाले बच्चों से जानकारी लेने के बाद पुलिस ने संदिग्धों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी। लेकिन पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली। इस बीच सोमवार को बलराम का शव बोरे में तिनकोनिया के पास से बरामद हुआ।
वहीं इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने योगी सरकार पर जमकर निशान साधा है। सपा ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा है, ” लगातार गोरखपुर में मौजूद रहने के बावजूद सीएम नहीं कर सके मासूम की रक्षा तो देंदे इस्तीफा, शर्मनाक! एक मां की कोख फिर चढ़ी जंगलराज की भेंट, संवेदना! ” वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट कर आरोप लगया कि, ” उप्र ‘जंगलराज’ की गिरफ्त में है, सरकार अपना चेहरा चमकाने में व्यस्त है।”
यह तो हद हो गई! मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में अगवा 14 साल के बच्चे को बचाया न जा सका, उसकी हत्या हो गई, दुखद!
लगातार गोरखपुर में मौजूद रहने के बावजूद सीएम नहीं कर सके मासूम की रक्षा तो देंदे इस्तीफा, शर्मनाक!
एक मां की कोख फिर चढ़ी जंगलराज की भेंट, संवेदना!
हो न्याय। pic.twitter.com/oDXXrzmlHp— Samajwadi Party (@samajwadiparty) July 27, 2020
पिपराइच गोरखपुर के पान विक्रेता के अपहृत बेटे बलराम गुप्ता की अपहरणकर्ताओं ने हत्या कर दी। कानपुर के अपहरण कांड के बाद गोरखपुर अपहरण कांड में एक और बेगुनाह को अपनी जान गंवानी पड़ी।
उप्र 'जंगलराज' की गिरफ्त में है, सरकार अपना चेहरा चमकाने में व्यस्त है। 1/2 pic.twitter.com/6XS7ZzOn3I— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) July 27, 2020