लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस को आज एक बड़ी कामयाबी उसक वक्त मिली जब सालों से वांछित और बीजेपी नेता कृष्णानंद राय हत्याकांड में एक लाख रूपये का इनामी बदमाश हनुमान पाण्डेय उर्फ राकेश पाण्डेय पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।
पुलिस के अनुसार हनुमान पाण्डेय बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी का काफी करीबी माना जाता था और कृष्णानंद राय हत्याकांड में पुलिस इसको वर्षों से तलाश कर रही थी। इस अपराधी पर पुलिस ने एक लाख रूपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। राकेश पांडेय उर्फ हनुमान पांडेय को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। उस पर एक लाख रुपये का इनाम था। राकेश पांडेय मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी का करीबी था। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद राकेश पांडेय मुख्तार अंसारी गैंग का बड़ा शूटर बन गया था।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबित इस यूपी STF के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि पुलिस और हनुमान के बीच यह मुठभेड़ लखनऊ के सरोजनी नगर पुलिस स्टेशन के करीब हुई।
Rakesh Pandey killed in an encounter with UP Special Task Force (STF) near Sarojini Nagar Police Station in Lucknow: IG UP STF, Amitabh Yash
— ANI UP (@ANINewsUP) August 9, 2020
मऊ के कोपागंज का रहने वाला राकेश पांडेय कई सनसनीखेज वारदातों में शामिल था। मऊ में ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह उर्फ मन्ना सिंह और अन्य की दोहरे हत्याकांड में भी मुख्तार अंसारी के साथ हनुमान पांडेय आरोपी था। एनकाउंटर में मारे गए इनामी बदमाश राकेश पांडेय का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। राजधानी लखनऊ सहित रायबरेली, गाजीपुर व मऊ में 10 मुकदमे गंभीर धाराओं में पंजीकृत हैं।
इस हत्याकांड में बाहुबली मुख्तार अंसारी का नाम सामने आया था। करीब आधा दर्जन बदमाशों ने बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय और उनके 6 अन्य साथियों को गोलियों से भून दिया था। हमलावरों ने 6 एके-47 राइफलों से 400 से ज्यादा गोलियां चलाई थीं। इस हमले में मारे गए सात लोगों के शरीर से 67 गोलियां बरामद की गई थीं। इस हमले का एक महत्वपूर्ण गवाह शशिकांत राय 2006 में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया था। उसने कृष्णानंद राय के काफिले पर हमला कराने का आरोप मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी पर लगाया था। इस हत्याकांड ने यूपी की सियासत में भूचाल ला दिया था।