नयी दिल्ली। भले ही निर्भया के दोषियों को फांसी पर चढ़ा दिया गया, लेकिन हालात अभी भी सुधरे नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पश्चिम विहार में एक 12 साल की बच्ची के साथ हुयी हैवानियत ने एक बार फिर उस काली रात की याद जेहन में ताजा कर दी है। एम्स में भर्ती उस मासूम की हालत भी सामान्य नहीं है और उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। भले ही पुलिस ने आरोपित को काफी मेहनत के बाद गिरफ्तार कर लिया लेकिन इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
दुष्कर्म पीड़ित बच्ची की हालत को देखते हुए उसे एम्स के पीडियाट्रिक आइसीयू से न्यूरो सर्जरी विभाग के आइसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया है। बताया जाता है कि सिर पर जबरदस्त वार के कारण बच्ची के दिमाग सूजन आने से उसकी हालत गंभीर बनी हुयी है। अभी भी वह ठीक से सांस भी नहीं ले पा रही है। इस वजह से उसे वेंटिलेटर सपोर्ट देना पडा है।
पीड़िता को पिछले चार अगस्त की रात एम्स में भर्ती कराया गया था। उसके सिर में गंभीर चोट होने के कारण स्कल बोन की सर्जरी की गई थी। इसके अगले दिन पीडियाट्रिक सर्जरी व गायनेकोलॉजी के डॉक्टरों ने मिलकर पीड़िता के पेट के निचले हिस्से की सर्जरी की थी।
पीड़िता को पिछले चार अगस्त की रात एम्स में भर्ती कराया गया था। उसके सिर में गंभीर चोट होने के कारण स्कल बोन की सर्जरी की गई थी। इसके अगले दिन पीडियाट्रिक सर्जरी व गायनेकोलॉजी के डॉक्टरों ने मिलकर पीड़िता के पेट के निचले हिस्से की सर्जरी की थी।
हैवानियत के साथ दुष्कर्म किया गया है, इसकी वजह से उसकी हालत बहुत ज्यादा गंभीर है। दिल्ली के पश्चिमी विहार इलाके की रहने वाली बच्ची से मंगलवार शाम को दुष्कर्म का मामला सामने आया था। बच्ची को गंभीर चोटें आई है और वह बेहोशी की हालत में है। डॉक्टर बच्ची की जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी दिल्ली के मंगोलपुरी का रहने वाला है और पीरागढ़ी इलाके में ही किसी फैक्ट्री में काम करता है। आरोपी पर पहले एक हत्या, लूट और छीनाझपटी सहित कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने इस मामले में पश्चिम विहार थाने में धारा 307 (हत्या का प्रयास) और पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है।