ठक ठग गैंग का पर्दाफाश, चार गिरफ्तार


डीसीपी ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने वाहनों के शीशे तोड़कर भिन्न-भिन्न स्थानों से लैपटाप चोरी करने की बात स्वीकार कर ली। इसके अलावा उन्होंने अन्य कई वारदातों में शामिल होने की बात कबूली।


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नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने कुख्यात ठक-ठग गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपी कार की खिड़की खटखटाकर कार सवार का ध्यान भटकाते हैं और लूट को अंजाम देते हैं। यह जानकारी सोमवार को अधिकारियों ने दी। पुलिस ने बताया कि एक आरोपी तमिल फिल्मों में जूनियर कलाकार के रूप में कार्य कर चुका है।

आरोपियों की पहचान धीनाथायलोन (24), राजू (54), करूपा स्वामी (37)और मूर्ति (24)के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले सभी आरोपी वर्तमान में दिल्ली के शकूरपुर इलाके में रहते हैं। उनकी गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने शहर में दर्ज चोरी की चार वारदातों के खुलासे का दावा किया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी के चार लैपटॉप बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि धीनाथायलोन तमिल फिल्मों में जूनियर कलाकार के रूप में कार्य कर चुका है।

द्वारिका जिले के डीसीपी एम. हर्षवर्धन के मुताबिक, वाहनों से चोरी हुए लैपटॉप व अन्य कीमती वस्तुओं की चोरी का खुलासा करने की जिम्मेदारी जेल-बेल सेल व तेजतर्रार पुलिसकर्मियों को दी गई थी। डीसीपी ने कहा कि आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस टीम ने वारदात स्थलों का दौरा किया और वहां लगे सीसीटीवी फूटेज की जांच की।

पुलिस ने आरोपियों के आने-जाने वाले मार्गो की भी जानकारी ली। 16 अक्टूबर को पुलिस को द्वारका व उसके आसपास के जिलों में सक्रिय ठक-ठग गैंग के बार में खास सूचना मिली। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शकूरपुर इलाके में छापेमारी की और चारों आरोपियों को धर दबोचा व उनके कब्जे से चोरी के चार लैपटाप बरामद किए।

डीसीपी ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने वाहनों के शीशे तोड़कर भिन्न-भिन्न स्थानों से लैपटाप चोरी करने की बात स्वीकार कर ली। इसके अलावा उन्होंने अन्य कई वारदातों में शामिल होने की बात कबूली।

इस बीच पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी पुलिस थानों और जिला अपराध इकाई को गैंग की गतिविधियों पर गहन नजर रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने अपराधियों की गतिविधियों पर इलेक्ट्रानिक सर्विलांस से भी नजर रखने की बात कही।

गैंग के अपराध करने के तरीकों के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गैंग के सदस्यों का वारदात को अंजाम देने का एक तय पैटर्न है। वे व्यस्त स्थानों, पुलों, यहां तक कि कम आवाजाही वाले स्थलों पर अपनी गतिविधियों को अंजाम देते हैं।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि गैंग के सदस्य वाहन में सवार लोगोंे का ध्यान भटकाते हैं। पीड़ित जब तक कुछ समझ पाता है आरोपी मौके से गायब हो जाते हैं। कार चालक जैसे ही कार से बाहर आता है, गैंग के अन्य सदस्य तत्परता से कार के अंदर से लैपटॉप व अन्य कीमती वस्तुएं निकाल कर फरार हो जाते हैं।