कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक शख्स ने कहासुनी के बाद अपने बेटे और बहू को कमरे में बंद कर दिया और जब पुलिस ने उन्हें बचाने कोशिश की तो उसने गुस्से में अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इस घटना में एक सब-इंस्पेक्टरऔर एक होमगार्ड समेत तीन पुलिस अफसर घायल हो गए।
आरोपी का नाम राम कुमार दुबे बताया जा रहा है, जो शेयर व्यापारी है। वह अपनी पत्नी किरण दुबे, बड़े बेटे सिद्धार्थ, उसकी पत्नी भावना और दिव्यांग बेटी चांदनी के साथ श्याम नगर में रहता है। दुबे का छोटा बेटा राहुल और बहू जोयश्री अलग रहते हैं।
भावना ने पुलिस को बताया कि उसके ससुर मानसिक रूप से अस्वस्थ्य है। वह हमें घर खाली करने के लिए कहते है। रविवार शाम को भी इसी मुद्दे पर विवाद हुआ था। उन्होंने हमें एक कमरे में बंद कर दिया और बाहर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
सूचना मिलने पर चकेरी थाने की टीम मौके पर पहुंची। जब पुलिस ने बेटे और बहू को बचाने की कोशिश की तो दुबे ने फायरिंग कर दी। एक अन्य पुलिस अधिकारी राम रतन और एक होमगार्ड अश्विनी कुमार को हाथ में गोली लगी है।
घायल पुलिस अधिकारियों ने घटना के बारे में अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की गई।
कई थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर दी। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राहुल मिठास, पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रमोद कुमार और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त छावनी मृगांक शेखर पाठक भी मौके पर पहुंचे।
पुलिस उपायुक्त ने कहा, “प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि उस व्यक्ति ने 30 से 40 राउंड के बीच फायरिंग की थी। अब तक, हमने घर से 15 खाली कारतूस बरामद किए हैं। परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित हैं और पुलिस द्वारा समय पर कार्रवाई करने से एक बड़ी घटना टल गई। हमने उसकी लाइसेंसी डबल बैरल गन जब्त कर ली है और अभी भी एक रिवॉल्वर बरामद करने की कोशिश कर रहे हैं। तीन घायल पुलिस अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है।