
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अपराधियों और मनचलों में पुलिस प्रशासन का थोड़ा सा भी भय नहीं है। प्रदेश की होनहार बेटी आज फिर कुछ मनचलों का शिकार हो गई जिसके कारण बाइक दुर्घटना में इस लड़की की मौत हो गई।
खबरों के मुताबिक़, गौतम बुद्धनगर ज़िले में दादरी तहसील के गांव धूम मानिकपुर की रहने वाली सुदीक्षा अपने मामा से मिलने के लिए बाइक से बुलंदशहर जा रही थीं। सुदीक्षा भाटी अमेरिका के बॉब्सन कॉलेज में प्रबंधन की पढ़ाई करती थी और वह छुट्टियों में घर आई हुई थी। सुदीक्षा गांव में चाय बेचते थे और अमेरिका से करीब चार करोड़ का स्कॉलरशिप मिलने के बाद सुदीक्षा की पूरे देश में काफी चर्चा हुई थी। स्कॉलरशिप मिलने के बाद वह पढ़ाई के लिए अमेरिका गई थी और छुट्टियों में घर आई हुई थी। परिवार का कहना है कि सुदीक्षा कुछ डॉक्यूमेंट्स लेने और छुट्टियां समाप्त होने के बाद 20 अगस्त को अमेरिका वापस जाने वाली थी।
परिवार के सदस्यों का कहना है कि सुदीक्षा आज अपने एक रिश्तेदार से मिलने भाई के साथ बाईक से जा रही थी। इसी दौरान दूर से पीछ कर रहे मनचलों ने सुदीक्षा के बाईक के सामने बुलेट बाइक अचानक रोक दी जिससे बाईक की टक्कर हो गई और वह गिर गई। इस दुर्घटना में सुदीक्षा के सिर में गंभीर चोट आ गई। परिवार का कहना है कि दुर्घटना के बाद अस्पताल ले जाते समय सुदीक्षा की रास्ते में ही मौत हो गई।
हांलाकि सुदीक्षा खुद बाईक चला रही थी या बाईक चला रहे छोटे भाई के पीछे बैठी थी या बाईक चला रहे चाचा के बाईक पर बैठी, इस बात को लेकर पुलिस और परिवार वालों के बयान में विरोधाभाष है।
परिजनों का आरोप है कि कुछ बाइक सवार युवकों ने सुदीक्षा के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की और उसी दौरान दोनों बाइक की टक्कर में उनकी मौत हो गई। हालांकि, पुलिस छेड़छाड़ के मामले से इनकार कर रही है, लेकिन सुदीक्षा भाटी के साथ जा रहे उनके चाचा सतेंद्र भाटी का कहना है कि ‘बुलेट सवार कुछ युवकों ने काफ़ी देर तक उनका पीछा किया और बाद में आगे बढ़कर अचानक ब्रेक लगा दिये।’
पुलिस का दावा है कि ‘सुदीक्षा अपने नाबालिग भाई के साथ बाइक से जा रही थी और आमने-सामने की टक्कर से हुई दुर्घटना में सुदीक्षा की मौत हुई।’
बुलंदशहर के डीएम रवींद्र कुमार ने बताया कि “आरंभिक जाँच में जो बात सामने आयी है वो यह है कि बाइक सुदीक्षा भाटी का भाई चला रहा था। चाचा के बाइक चलाने की बात ठीक नहीं है। छेड़छाड़ की बात अभी तक सामने नहीं आयी है, लेकिन मामले की पूरी जाँच की जा रही है, जल्द ही सही तथ्य सामने आ जाएंगे।” फ़िलहाल इस बारे में पुलिस को कुछ सीसीटीवी फ़ुटेज मिले हैं जिनके आधार पर दुर्घटना और छेड़छाड़ की जाँच की जा रही है।
परिजनों का आरोप है कि उनकी शिकायत के बावजूद अब तक एफ़आईआर नहीं लिखी गई है, जबकि पुलिस के अधिकारी इस बारे में साफ़तौर पर कुछ भी नहीं बता रहे हैं। वहीं बुलंदशहर के पुलिस के अधिकारी इस बात की पुष्टि नहीं कर रहे हैं कि एफ़आईआर दर्ज हुई है या नहीं।
खबरों के अनुसार गाँव में ही चाय का ढाबा चलाने वाले सुदीक्षा के पिता जितेंद्र भाटी बेहद कम पढ़े-लिखे हैं और सुदीक्षा की माँ गीता भाटी घरेलू महिला हैं। सुदीक्षा 2018 में बारहवीं की परीक्षा भी 98 फ़ीसद अंकों के साथ जिले में टॉप किया था।
होनहार बेटी को खोने के गम से पूरा परिवार टूट गया है। पिता जितेंद्र भाटी ने कहा कि आज फिर एक तारा टूट गया। मुझे पुलिस से कोई इंसाफ नहीं चाहिए। इंसाफ मेरी बेटी को चाहिए। उसका कोई दोष नहीं था। वह तो अमेरिका जाने से पहले अपने मामा और ननिहाल वालों से मिलना चाहती थी।