
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने बेटी के साथ आत्मदाह करने वाली महिला की मौत हो गई है। वहीं बेटी का इलाज अभी भी जारी है।
बता दें कि ये दोनों मां-बेटी अमेठी से आई थीं। महिलाएं जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर विरोध प्रदर्शन करने आईं थी और जब प्रशासन ने उनकी नहीं सुनी तो उन्होंने आत्मदाह करने का प्रयास किया है। इस दौरान मां-बेटी बुरी तरह से झुलस गईं थी जिसमें आज एक पीड़िता की मौत हो गई।
इस दर्दनाक वीडियो को सबसे पहले पत्रकार प्रशांत शुक्ला ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है। बाद में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित दूसरे नेताओं ने ट्वीट कर योगी सरकार पर सवाल उठाए थे।
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी ने अपनी तरफ से पीड़िता के परिजनों को दो लाख रूपये की मदद और यूपी सरकार से 25 लाख रूपये का मुआवजा देने की मांग की है।
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समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विट कर कहा है, ” भाजपा सरकार में न्याय न मिलने से परेशान होकर लखनऊ में लोकभवन के सामने बेटी संग आत्मदाह करने वाली महिला की अस्पताल में उपचार के दौरान मृत्यु।अत्यंत दुखद। बेटी का इलाज अभी भी अस्पताल में जारी! सपा मृत पीड़िता के परिजनों को ₹2 लाख की आर्थिक सहायता देगी एवं सरकार 25 लाख रु. की मदद दे”।
बता दें कि इस घटना के बाद पीड़िता ने सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियों अपना नाम गुड़िया बताया था और घटना के बारे में पूरा विवरण दिया था।
पीड़िता का आरोप है कि इस जमीन को लेकर दबंगो ने उसके साथ मारपीट भी किया था जिसके बाद वह पुलिस थाने जाकर अर्जुन के खिलाफ एफआईआर लिखवाया है। पीड़िता का आरोप है कि उसके साथ मारपीट के बाद जब वह दबंग के खिलाफ नजदीकी थाने में एफआईआर लिखावाने गई तो पहले तो थानेवालों ने एफआईआर लिखने से मना कर दिया और बाद में काफी मशक्कत के बाद दर्ज हो गया तो थानेदार ने इसकी सूचना उसने गुड़िया को मारने वाले दबंगों दे दी जिसके बाद उन्होंने गुड़िया के साथ और अधिक ज्यादती की।
गुड़िया का आरोप है कि पुलिस के असहयोग और दबंगों की दबंगई के कारण उसने आत्मदाह जैसा कदम उठाया है। खबरों के अनुसार दोनों महिलाओं की हालत गंभीर है और उनका इलाज पास के ही सिविल अस्पताल में किया जा रहा है।
वहीं इस घटना पर उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि, ” लोकभवन के सामने दो महिलाओं को आत्मदाह के लिए क्यूँ मजबूर होना पड़ा? उप्र में गरीबों की कोई नहीं सुनता। माफियाओं और गुंडों की रहनुमाई में व्यस्त है सरकार। मुख्यमंत्री को कुर्सी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।”
भाजपा सरकार में न्याय न मिलने से परेशान होकर लखनऊ में लोकभवन के सामने बेटी संग आत्मदाह करने वाली महिला की अस्पताल में उपचार के दौरान मृत्यु।अत्यंत दुखद।बेटी का इलाज अभी भी अस्पताल में जारी!
सपा मृत पीड़िता के परिजनों को ₹2 लाख की आर्थिक सहायता देगी एवं सरकार 25 लाख रु. की मदद दे pic.twitter.com/MPw7rxoOeD— Samajwadi Party (@samajwadiparty) July 22, 2020