लखनऊ। राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने महिलाओं ने किया आत्मदाह का प्रयास। ये महिलाएं अमेठी से आई थीं। अपुष्ट खबरों के अनुसार महिलाएं जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर विरोध प्रदर्शन करने आईं थी और जब प्रशासन ने उनकी नहीं सुनी तो उन्होंने आत्मदाह करने का प्रयास किया है। नीचे दिए गए वीडियों में आप देख सकते हैं कि दो महिलाएं जलती हुई दिखाई दे रही हैं। वहीं कुछ मीडिया वाले महिलाओं की जान नहीं बचा अपना वीडियो बनाने में लगे हुए हैं। इस दर्दनाक वीडियो को उत्तर प्रदेश के पत्रकार प्रशांत शुक्ला ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है।
सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियों के अनुसार पीड़ित महिला का नाम गुड़िया है और यह उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के जामू गांव की रहने वाली है। इस वीडियों में महिला इस घटना के पीछे के कारणों के बारे में पूछे जाने पर बता रही है कि उसके गांव के दबंग जिसका नाम अर्जुन है, अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गुड़िया की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है।
पीड़िता का आरोप है कि इस जमीन को लेकर दबंगो ने उसके साथ मारपीट भी किया था जिसके बाद वह पुलिस थाने जाकर अर्जुन के खिलाफ एफआईआर लिखवाया है। पीड़िता का आरोप है कि उसके साथ मारपीट के बाद जब वह दबंग के खिलाफ नजदीकी थाने में एफआईआर लिखावाने गई तो पहले तो थानेवालों ने एफआईआर लिखने से मना कर दिया और बाद में काफी मशक्कत के बाद दर्ज हो गया तो थानेदार ने इसकी सूचना उसने गुड़िया को मारने वाले दबंगों दे दी जिसके बाद उन्होंने गुड़िया के साथ और अधिक ज्यादती की।
गुड़िया का आरोप है कि पुलिस के असहयोग और दबंगों की दबंगई के कारण उसने आत्मदाह जैसा कदम उठाया है। खबरों के अनुसार दोनों महिलाओं की हालत गंभीर है और उनका इलाज पास के ही सिविल अस्पताल में किया जा रहा है।
वहीं इस घटना पर उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी अजय कुमार लल्लू ने ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि, ” लोकभवन के सामने दो महिलाओं को आत्मदाह के लिए क्यूँ मजबूर होना पड़ा?
उप्र में गरीबों की कोई नहीं सुनता। माफियाओं और गुंडों की रहनुमाई में व्यस्त है सरकार।
मुख्यमंत्री को कुर्सी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।”
वहीं इस संबंध में अभी तक उत्तर प्रदेश प्रशासन या किसी पुलिस अधिकारी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। लेकिन इस विचिलत कर देने वाले वीडियों के संबंध में जैसे ही और जानकारी मिलेगी हम आपको अपडेट कर देंगे।
घायल महिला का बयान, दबंगों ने कर रखा है जमीन पर कब्जा pic.twitter.com/tSwf3cPeTl
— Prashant Shukla (प्रशान्त शुक्ल) (@pshukla8355) July 17, 2020
लोकभवन के सामने दो महिलाओं को आत्मदाह के लिए क्यूँ मजबूर होना पड़ा?
उप्र में गरीबों की कोई नहीं सुनता। माफियाओं और गुंडों की रहनुमाई में व्यस्त है सरकार।
मुख्यमंत्री को कुर्सी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। pic.twitter.com/wQ5oUbhN0j— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) July 17, 2020