नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शुक्रवार को भारत का पहला सीएनजी ट्रैक्टर बाजार में पेश करेंगे। जिस बारे में जानकारी देते हुए सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि, इससे ईंधन की लागत पर सालाना लगभग एक लाख रुपये तक की बचत की जा सकती है। ट्रैक्टर को डीजल से सीएनजी ईंधन वाला बनाया गया है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘सीएनजी में परिवर्तित भारत का पहला डीजल ट्रैक्टर, कल (शुक्रवार) केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा औपचारिक रूप से बाजार में पेश किया जाएगा।’’
बयान में यह भी कहा गया है कि रावमैट टेक्नो सॉल्यूशंस और टॉमासेटो ऐशिल इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से परिवर्तित और विकसित इस ट्रैक्टर से किसानों की लागत कम करने और ग्रामीण भारत में रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी। इस पेशकश के मौके पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, परषोत्तम रुपाला और वी के सिंह भी मौजूद रहेंगे।
इस दौरान राजमार्ग मंत्रालय ने कहा कि, ‘‘किसान के लिए सबसे महत्वपूर्ण लाभ, ईंधन की लागत में सालाना एक लाख रुपये से अधिक की बचत होगा, जिससे उन्हें अपनी आजीविका में सुधार करने में मदद मिलेगी। यह अधिक सुरक्षित है क्योंकि सीएनजी टैंक पर कड़ी सील लगायी गयी है। जिसकी वजह से इसमें ईंधन भरने के दौरान या ईंधन फैलने की स्थिति में विस्फोट खतरा कम होगा।’’
साथ ही इसका लाभ बताते हुए कहा कि, क्योंकि वर्तमान में दुनिया भर में लगभग 1.2 करोड़ वाहन पहले से ही प्राकृतिक गैस से संचालित हैं और हर दिन और अधिक कंपनियां और नगर पालिकाएं सीएनजी वितरण में शामिल हो रही हैं। डीजल की तुलना में सीएनजी में कार्बन उत्सर्जन में 70 फीसदी की कमी होती है। इससे किसानों को ईंधन की ईंधन लागत में भी 50 प्रतिशत तक की बचत होती।’’