देगंगा मतदान बूथ पर गोलीबारी को पुलिस ने किया ख़ारिज, ग्रामीणों के आरोप गलत

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बंगाल चुनाव-2021 Updated On :

देगंगा। उत्तर 24 परगना पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट में ग्रामीणों के उस दावे को खारिज किया है जिसमें कहा गया था कि सीआरपीएफ के कर्मी ने कुरुलगाचा में एक बूथ पर शनिवार को मतदान के दौरान गोलीबारी की। ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि उत्तर 24 परगना के देगंगा के अंतर्गत कुरुगाचा में बूथ संख्या 215 में तैनात सीआरपीएफ के कर्मी ने पांचवें चरण के मतदान के दौरान भीड़ पर गोली चलाई।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘ मौके पर मौजूद चश्मदीदों ने भी आरोपों की पुष्टि नहीं की। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संबंधित सहायक उपनिरीक्षक और बूथ के पीठासीन अधिकारी के बयान की भी वीडियोग्राफी की गई है। सुबह से ही वहां पर भीड़ की कोई खबर नहीं थी और न ही वहां धमकी या अन्य गतिविधि हुई जिससे वहां तैनात सुरक्षाकर्मी कोई कार्रवाई करें।’’

पुलिस अधीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कंपनी कमांडर ने भी बताया कि उन्होंने भी बूथ पर करीब दो घंटे का समय बितया और उन्होंने कुछ भी असमान्य नहीं देखा। बारासात जिले के पुलिस अधीक्षक राज नारायण मुखर्जी ने विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे को भेजी जांच रिपोर्ट में कहा, ‘‘आरोप तथ्यों पर आधारित नहीं हैं।’’

कंपनी कमांडर अपनी कंपनी में मौजूद सुरक्षाकर्मियों की गतिविधियों के लिए जिम्मेदार होता है। इससे पहले दिन में निर्वाचन आयोग ने देगंगा निर्वाचन क्षेत्र में गोलीबारी की कथित घटना पर शनिवार को चुनाव पर्यवेक्षकों से रिपोर्ट मांगी थी। उस बूथ पर तैनात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के एक अधिकारी ने लगाए गए आरोप को “निराधार” करार दिया।

उन्होंने कहा, यहां सबकुछ ठीक है। मतदान बहुत शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। इस क्षेत्र में कहीं भी गोलीबारी की कोई घटना नहीं हुई है। चौथे चरण के दौरान 10 अप्रैल को, कूचबिहार जिले के सीतलकूची क्षेत्र में एक बूथ के बाहर सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा आत्मरक्षा में की गई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई थी।