अभिनेत्री जैकलिन फर्नांडिस प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष हुईं पेश


अभिनेत्री जैकलिन फर्नांडिस धन शोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए बुधवार को एक बार फिर यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुई।


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मनोरंजन Updated On :

नई दिल्ली। अभिनेत्री जैकलिन फर्नांडिस धन शोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए बुधवार को एक बार फिर यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुई।

अधिकारियों ने बताया कि ईडी जैकलिन से कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर और अन्य के खिलाफ जारी धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अभिनेत्री (36) का बयान दर्ज करेगी।

एजेंसी पहले भी इस मामले के संबंध में दो बार जैकलिन से पूछताछ कर चुकी है। उन्हें और चंद्रशेखर को आमने-सामने बैठा कर भी पूछताछ की गई है।

गौरतलब है कि चंद्रशेखर और अभिनेत्री पत्नी लीना मारिया पॉल के खिलाफ 200 करोड़ रुपये से अधिक के धन शोधन का मामला दर्ज है। आरोप पत्र में दावा किया गया था कि चंद्रशेखर ने जैकलिन को कई महंगे उपहार दिए थे।  चंद्रशेखर पर फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह समेत कुछ लोगों से भी धोखाधड़ी करने के आरोप हैं।

जैकलिन के प्रवक्ता ने पहले कहा था कि अभिनेत्री बतौर एक गवाह एजेंसी के समक्ष बयान दर्ज करा रही हैं।

जैकलिन के प्रवक्ता ने अक्टूबर में एक बयान में कहा था, ‘‘जैकलिन फर्नांडिज को बतौर गवाह बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है। उन्होंने अपना बयान दर्ज करा दिया है और भविष्य में भी वह जांच में एजेंसी का सहयोग करेंगी। जैकलिन साथ ही मामले में संलिप्त दम्पति के निंदनीय बयानों का पूरी तरह खंडन करती हैं।’’

ईडी ने अभिनेत्री को पांच दिसंबर को मुंबई हवाई अड्डे पर भी रोका था और उन्हें विदेश जाने से रोक दिया था। एजेंसी ने उन्हें देश में रहने को कहा था कि क्योंकि उन्हें जांच में शामिल होने की जरूरत पड़ सकती है।

एजेंसी ने पिछल सप्ताह यहां एक विशेष धन शोधन निवारण (पीएमएलए) अदालत के समक्ष आरोपपत्र दाखिल किया था और चंद्रशखेखर तथा छह अन्य को नामजद किया था।

मामले में अभिनेत्री नोरा फतेही (29) ने भी ईडी के समक्ष बयान दर्ज कराया था।एजेंसी ने मामले में प्रदीप रमाणी और दीपक रमाणी को भी गिरफ्तार किया है।

अधिकारियों के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय ने अगस्त में, चंद्रशेखर के परिसरों पर छापेमारी की थी और चेन्नई में समुद्र के सामने स्थित एक बंगला, 82.5 लाख रुपये नकद और एक दर्जन से अधिक शानदार कारें जब्त की थीं।

ऐसा दावा किया गया है कि चंद्रशेखर एक ‘‘ठग’’ है और दिल्ली पुलिस लगभग 200 करोड़ रुपये की कथित आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और जबरन वसूली के मामले उसके खिलाफ जांच कर रही है।

ईडी ने कहा, ‘‘ धोखाधड़ी के प्रमुख साजिशकर्ता चंद्रशेखर है। वह 17 साल की उम्र से इन आपराधिक कृत्यों में लिप्त है। उसके खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज हैं और अभी वे रोहिणी जेल में बंद है।’’ ईडी ने कहा कि जेल में होने के बावजूद चंद्रशेखर ने ‘‘ लोगों को ठगना बंद नहीं किया।’’

एजेंसी ने दावा किया, ‘‘उसने (जेल में अवैध रूप से खरीदे गए फोन से) तकनीक की मदद से लोगों को ठगने के लिए फर्जी कॉल किए, जिन नंबरों से फोन किए गए वे वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के प्रदर्शित हो रहे थे।

जेल से इन लोगों से बात करते हुए उसने दावा किया कि वह सरकारी अधिकारी है और पैसों के बदले लोगों को मदद की पेशकश कर रहा है।’’ पुलिस ने हाल ही में मामले में महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) लागू किया है।



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