एम्स के नर्स संगठन ने हड़ताल ली वापस


एम्स नर्स यूनियन ने कोरोना वायरस संकट के बीच काम करने की खराब स्थितियों को लेकर अपने नौ दिन के प्रदर्शन को वापस ले लिया और कहा कि प्रशासन उनकी अधिकतर मांगो पर राजी हो गया है।



नई दिल्ली। एम्स नर्स यूनियन ने कोरोना वायरस संकट के बीच काम करने की खराब स्थितियों को लेकर अपने नौ दिन के प्रदर्शन को वापस ले लिया और कहा कि प्रशासन उनकी अधिकतर मांगो पर राजी हो गया है।

सूत्रों ने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के कई स्वास्थ्य कर्मी कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं जिनमें से 50 नर्सिंग कर्मचारी हैं। नर्सों के संगठन ने पीपीई पहने रहने के दौरान काम के घंटे कम करने समेत कई मांगों को रखा था और मांगों को नहीं मानने पर 15 जून से बेमियादी हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी।

एम्स निदेशक की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक के विवरण के मुताबिक, यह फैसला किया गया है कि कोविड-19 के क्षेत्रों में छह घंटे की शिफ्ट होगी। बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि उचित अवकाश दिया जाएगा और कोविड-19 क्षेत्र में तैनात 25 फीसदी नर्सिंग स्टाफ की हर दो हफ्तों में गैर कोविड-19 क्षेत्र में ड्यूटी लगाई जाएगी।

आपको बता दें कि  दिल्ली में कोरोना के लगातार मामले बढ़ रहे हैं और आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को राजधानी में को कोविड-19 के 1,366 नए मामले सामने आए जिसके बाद राजधानी में संक्रमितों की संख्या 31,000 के पार चली गई है जबकि अब तक 905 लोग इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं।

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को जारी ताजा बुलेटिन के अनुसार अब भी 18,543 लोगों का इलाज चल रहा है, जबकि 11,861 मरीज या तो स्वस्थ हो गए या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई या वे कहीं और चले गए हैं। मंगलवार को कोई स्वास्थ्य बुलेटिन जारी नहीं किया गया था।

स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा गया है कि दिल्ली में 1,366 नए मामले सामने आने के बाद कोविड-19 के मामले बढ़कर 31,309 हो गए हैं। इसमें कहा गया है कि आठ जून को कुल 34 लोगों की मौत की जानकारी दी गई। इन लोगों की मौत 28 मई से सात जून के बीच हुई।