जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए आतंकी हमले में पांच जवानों की शहादत पर पूरा देश गमगीन है। इसे लेकर गुरुवार (21 दिसंबर) को कांग्रेस नेता राहुल ने भी दुख जताया है और घायल सैनिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आर्मी कैंप पर आतंकी हमले की ख़बर बेहद दुखद है। शहीद हुए जवानों को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, ये देश आपके बलिदान को हमेशा याद रखेगा। मैं घायल जवानों के जल्द स्वस्थ्य होने और शहीद जवानों की आत्मा की शांति की कामना करता हूं एवं शोक-संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। ’
प्रियंका गांधी ने जताया दुख
आतंकी हमले की इस वारदात को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर में आर्मी कैंप पर आतंकी हमले में हमारे जवानों के शहीद होने का दुखद समाचार मिला। शहीद जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि। इस बलिदान के लिए देश हमेशा आपका ऋणी रहेगा। ईश्वर शहीद जवानों की आत्मा को शांति एवं घायल जवानों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।शोक-संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं। ’’
खड़गे ने कहा- इंडिया गठबंधन आतंकवाद के संकट के खिलाफ एकजुट
सैनिकों की शहादत पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा है कि आतंकवाद की घटनाओं के खिलाफ इंडिया गठबंधन एकजुट है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “जम्मू-कश्मीर के राजौरी इलाके में सेना के वाहनों पर हुए आतंकवादी हमले में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैन्यकर्मियों की शहादत से गहरा दुख हुआ।नायक बीरेंद्र सिंह, नायक करण कुमार, राइफलमैन चंदन कुमार, राइफलमैन गौतम कुमार को उनके अदम्य साहस और दृढ़ साहस के लिए सलाम। दुःख की इस घड़ी में, हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवारों और प्रियजनों के साथ हैं। हम घायल सैनिकों के पूर्ण एवं शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। ”
खड़गे ने कहा, “हम राजौरी और पीर पंजाल रेंज के इलाकों में हो रहे इन जघन्य आतंकी हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं। इंडिया ( विपक्षी गठबंधन) आतंकवाद के संकट के खिलाफ एकजुट है।”
आत्मघाती हमलावरों ने किया सेना शिविर पर हमला
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में गुरुवार को तड़के दो आतंकवादियों ने सेना के एक शिविर पर ‘आत्मघाती’ हमला किया जिसमें पांच जवान शहीद हो गए हैं। दो अन्य लोग घायल भी है। चार घंटे तक चली गोलीबारी के बाद दोनों आतंकवादियों को भी मार दिया गया। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यहां से 185 किलोमीटर दूर पारगल स्थित सैन्य शिविर के बाहरी घेरे से अंदर आने की कोशिश कर रहे आतंकवादियों ने देर रात करीब दो बजे पहली बार गोलीबारी की। फिर मुठभेड़ हुई जिसमें दोनों आतंकवादी मारे गए।
तीन जिलों में आतंकी हमलों में मारे गए हैं 19 सुरक्षाकर्मी
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकवादियों द्वारा सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले में चार सैनिक शहीद हो गए और तीन अन्य घायल हो गए। राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों में इस साल मुठभेड़ों में अब तक 19 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं और 28 आतंकवादी मारे गए हैं। इन मुठभेड़ों में कुल 54 लोग मारे गए हैं।
इससे पहले अक्टूबर 2021 में वन क्षेत्र में आतंकवादियों के दो अलग-अलग हमलों में नौ सैनिक शहीद हो गए थे। चमरेर में 11 अक्टूबर को एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) सहित पांच सैन्यकर्मी शहीद हुए थे, जबकि 14 अक्टूबर को एक निकटवर्ती जंगल में एक जेसीओ और तीन सैनिकों ने जान गंवाई थी।