चेन्नई। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से आज या कल चक्रवाती तूफान निवार गुजरने वाला है। अलर्ट के बाद सरकार और एनडीआरआफ की टीमें सतर्क हो गई हैं। तटीय इलाकों में बिना किसी कारण लोगों से घर से बाहर निकलने से मना किया गया है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), तटरक्षक बल, दमकल विभाग सहित विभिन्न राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के कर्मचारियों की तैनाती किसी भी स्थिति से निपटने के लिए की गई है। मौसम विभाग ने कहा कि बुधवार को तूफान के प्रभाव से तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के ज्यादातर हिस्सों में बारिश हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से बातचीत कर तूफान से पैदा हालात की जानकारी ली और केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिया।
वहीं, एनडीआरएफ प्रमुख एसएन प्रधान ने कहा कि चक्रवाती तूफान की स्थिति तेजी से बदल रही है और यह 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।
तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में चक्रवाती तूफान निवार के मद्देनजर एनडीआरएफ के करीब 1,200 बचावकर्मियों को तैनात किया गया है और 800 अन्य को तैयार रखा गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान ‘निवार’ अगले 12 घंटे में अति विकराल रूप धर बुधवार आधी रात या बृहस्पतिवार तड़के तमिलनाडु और पुडुचेरी के बीच तट से टकराएगा। इस बीच सरकार ने कहा है कि चेम्बरमबक्कम झील में क्षमता से अधिक पानी होने की आशंका के चलते झील का पानी छोड़ा जाएगा।
आईएमडी के जारी बुलेटिन में कहा गया, चक्रवाती तूफान के अगले 12 घंटे में अति विकराल रूप धरने की आशंका प्रबल है। इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 25 नवंबर की रात या 26 नवंबर तड़के तमिलनाडु और पुडुचेरी के बीच कराईकल और मामल्लापुरम पर तट से टकराने की आशंका है। तूफान की गति 120-130 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी जो बढ़कर 145 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।
चेन्नई और आसपास के क्षेत्रों में रातभर बारिश हुई और निचले स्थानों में जलभराव हो गया। चक्रवात के खतरे को देखते हुए तमिलनाडु में बुधवार को अवकाश घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि पानी मध्याह्न 12 बजे से छोड़ा जाएगा।