घनघोर वर्षा हो रही, है गगन गर्जन कर रहा
घर से निकलने को गरज कर, वज्र वर्जन कर रहा
तो भी कृषक मैदान में करते निरंतर काम हैं
किस लोभ से वे आज भी, लेते नहीं विश्राम हैं…
मैथिलीशरण गुप्त की यह पंक्तियाँ उनकी कविता ‘किसान’ की है जिसमें वह किसान की दशा और उनकी निष्ठा दिखाते हैं। किसी भी देश की कल्पना उसके गांव और वहां के किसानों के बिना हमेशा अधूरी रहती है। भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के मौके पर हर साल 23 दिसबंर को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने अपने कार्यकाल में कृषि क्षेत्र के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और किसानों के हित के लिए कई किसान-हितैषी नीतियों का मसौदा तैयार किया। भले ही चौधरी चरण सिंह बहुत कम समय के लिए प्रधानमंत्री थे, लेकिन उन्होंने भारतीय किसानों के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत की । इतना ही नहीं, उन्होंने किसानों के लिए कई योजनाएं भी शुरू कीं और 2001 में सरकार ने चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन को किसान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। चरण सिंह 28 जुलाई 1979 से लेकर 14 जनवरी 1980 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे।
चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1902 को पश्चिमी यूपी के हापुड़ में हुआ था। उनके पिता का नाम चौधरी मीर सिंह था । वे छेटे ही थे जब उनका परिवार जानी इलाके में जाकर बस गया था। उन्होंने आगरा यूनिवर्सिटी से पढाई की और फिर गाजियाबाद में कुछ वक्त के लिए वकालत भी की। वे गांधी जी से काफी प्रभावित थे।
इस साल किसान तमाम विरोध प्रदर्शनों के बीच ‘राष्ट्रीय किसान दिवस’ मनाएंगे।केंद्र सरकार के हाल ही में लागू किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर किसान पिछले 28 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच सरकार ने किसानों को मनाने की कोशिश भी की लेकिन अभी तक समस्या का हल नहीं निकाला जा सका है। नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान यूनियन आगे की बातचीत के लिए केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर फैसला आज लेंगे। आज सिंघु बॉर्डर पर एक बार फिर से बैठक होगी। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक भी होगी। बैठक में किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा की संभावना है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को ‘किसान दिवस’ के अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को श्रद्धंजलि अर्पित की और कहा कि किसानों के प्रति उनके समर्पण को सदैव याद किया जाएगा।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। वे जीवनभर गांवों और किसानों के विकास के प्रति समर्पित रहे, जिसके लिए सदैव उनका स्मरण किया जाएगा।’’
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। वे जीवनभर गांवों और किसानों के विकास के प्रति समर्पित रहे, जिसके लिए सदैव उनका स्मरण किया जाएगा।
— Narendra Modi (@narendramodi) December 23, 2020
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री को याद करने के अलावा इस दिन राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में किसानों के महत्व के बारे में लोगों को जागरुक किया जाता है। आज के दिन किसानों और अर्थव्यवस्था में उनकी भूमिका के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए कई जागरूकता अभियान और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।