पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में आईएसआईएस के चार आतंकवादी मारे गए। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि आतंकवादियों को आईएसआईएस के शीर्ष नेतृत्व ने बहावलपुर में अल्पसंख्यक शिया समुदाय के धर्मस्थलों पर हमले करने को कहा था जिससे देश में सांप्रदायिक हिंसा भड़काई जा सके।
पंजाब प्रांत के आतंकवाद निरोधी विभाग ने कहा कि उन्होंने खुफिया सूचना के आधार पर स्थानीय खुफिया एजेंसियों की मदद से अभियान चलाया था। विभाग ने कहा, ‘‘आतंकवाद की एक बड़ी और भयानक योजना हमने विफल कर दी। आईएस से जुड़े चार आतंकवादियों को अभियान में मार गिराया।’’ आतंकवादियों के तीन साथी फरार हो गए।
खुफिया सूत्रों की मानें तो आईएसआईएस के सात आतंकवादी आजम चौक के पास जखीरा जंगल में छिपे हुए थे। सभी आतंकी विस्फोटक और भारी हथियारों से लैस थे। सूचना मिलने के बाद सीटीडी की मुल्तान टीम ने खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर शनिवार देर रात उनके ठिकाने पर छापा मारा और आतंकवादियों से आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
पिछले मंगलवार को, सीटीडी ने दो आईएसआईएस आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था, जो पंजाब के बहावलनगर में लाहौर से लगभग 400 किलोमीटर दूर एक संवेदनशील प्रतिष्ठान पर हमला करने की योजना बना रहे थे। विभाग ने कहा कि मारे गए चारों आतंकी बहुत खतरनाक थे जिन्होंने प्रतिबंधित लश्कर-ए-झांगवी (LeJ) के साथ काम शुरू किया था, लेकिन बाद में आईएसआईएस में शामिल हो गए।
पाकिस्तानी सरकार अपनी जमीन पर इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों की मौजूदगी से इनकार करती रही है, लेकिन अक्सर सुरक्षा एजेंसियां इस प्रतिबंधित आतंकवादी समूह से जुड़े आतंकवादियों को पकड़ती रहती हैं।