नई दिल्ली। भारतीय दलहन एवं अनाज संघ (आईपीजीए) ने कोविड-19 संकट से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष (पीएम-केयर्स) में 21 लाख रुपये का योगदान देने की घोषणा की है। संघ ने बयान में कहा कि आईपीजीए ने पीएम-केयर्स कोष में 21 लाख रुपये देने का फैसला किया है। इसके अलावा हमारे सदस्यों ने इस कोष में अलग से भी योगदान किया है।
आईपीजीए इसके अलावा कोरोना वायरस से निपटने में लगे लोगों तथा नियंत्रण वाले क्षेत्रों में फंसे प्रवासी मजदूरों और उनके परिवारों की भी मदद कर रहा है। इसके लिए वह 6,000 बैग उपलब्ध करा रहा है। एक राशन बैग में पांच किलो आटा, दो किलो दाल, एक लीटर पकाने का तेल, एक किलो चीनी और एक किलो नमक दिया जा रहा है।
आईपीजीए के चेयरमैन जीतू भेड़ा ने कहा कि नवी मुंबई के पुलिसकर्मियों को समर्थन के जरिये हमने उनके द्वारा कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) में कामकाज सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के प्रति आभार जताया है।
आईपीजीए ने कहा, ‘‘उसके सदस्य व्यक्तिगत रूप से भी राहत कार्यो में योगदान दे रहे हैं। दलहन कारोबार क्षेत्र के लोग अब तक पीएम-केयर्स में पांच करोड़ रुपये का योगदान कर चुके हैं।”गौरतलब है कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए देश के कई सार्वजनिक उपक्रमों और निजी कम्पनियों ने प्राधानमंत्री राहत कोष में बड़े पैमाने पर दान किया है।