नई दिल्ली। भारतीय वैज्ञानिकों ने ऐसी दवाओं और संभावित मिश्रणों की पहचान की है जो नोवेल कोरोना वायरस के प्रोटीन को लक्ष्य कर सकते हैं और संक्रमण के उपचार में प्रभावी तरीके से मदद कर सकते हैं।
‘ड्रगबैंक’ आंकडों के अध्ययन पर जर्नल ‘साइंटिफिक रिपोर्ट्स’ में प्रकाशित लेख में कहा गया कि सार्स-सीओवी-2 पर हमला करने के नए तरीकों की पहचान की गई जिनके बारे में अभी तक ध्यान नहीं दिया गया था।
तमिलनाडु के अलगप्पा विश्वविद्यालय और स्वीडन के केटीएच रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के अनुसंधानकर्ताओं ने ऐसी दवाओं और मिश्रण की सूची पेश की है जिन पर संक्रमण के उपचार की दृष्टि से जांच किए जाने की जरूरत है।
अध्ययन में शामिल वैभव श्रीवास्तव और अरूल मुरुगन के अनुसार इससे वायरस के उत्परिवर्तन के इर्द गिर्द काम करने में मदद मिलेगी।
श्रीवास्तव ने कहा,‘‘ वायरस तेजी से उत्परिवर्तित हो रहा है अर्थात वह अपने प्रोटीन में बदलाव कर रहा है। अगर हमारे पास कोई ऐसी दवा हो जो अनेक प्रोटीन को लक्ष्य बना सकती हो, और कोई अगर उत्परिवर्तित हो जाती है तो दवा अन्य पर भी प्रभावी होगी।’’
इस अवधारणा ने दल को ऐसे मिश्रण तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया जिनमें कई गुण हों।