आईएनएस चिल्का 2,600 अग्निवीरों के पहले जत्थे की पासिंग आउट परेड का गवाह बनेगा


आईएनएस चिल्का नाविकों के प्रारंभिक प्रशिक्षण के लिए भारतीय नौसेना का प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठान है। इसका 1980 में कमीशन किया गया था। यह संस्थान शारीरिक प्रशिक्षण, तैराकी, छोटे हथियार, साइबर सुरक्षा, नौसैनिक अभिविन्यास आदि जैसे सेवा प्रशिक्षण के विभिन्न पहलुओं का संचालन करता है।


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नई दिल्ली। 273 महिलाओं सहित करीब 2,600 अग्निवीरों के प्रशिक्षण के सफल समापन को चिह्न्ति करते हुए आईएनएस चिल्का 28 मार्च को अग्निवीरों के पहले बैच की पासिंग आउट परेड (पीओपी) का गवाह बनेगा। समुद्री योद्धाओं में उनके परिवर्तन के हिस्से के रूप में अग्निवीरों ने भारतीय नौसेना के प्रमुख नाविकों के प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का में प्रारंभिक प्रशिक्षण के 16 सप्ताह पूरे किए। आईएनएस चिल्का में प्रशिक्षण में कर्तव्य, सम्मान और साहस के मूल नौसैनिक मूल्यों के आधार पर शैक्षणिक, सेवा और बाहरी प्रशिक्षण शामिल है।

आईएनएस चिल्का नाविकों के प्रारंभिक प्रशिक्षण के लिए भारतीय नौसेना का प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठान है। इसका 1980 में कमीशन किया गया था। यह संस्थान शारीरिक प्रशिक्षण, तैराकी, छोटे हथियार, साइबर सुरक्षा, नौसैनिक अभिविन्यास आदि जैसे सेवा प्रशिक्षण के विभिन्न पहलुओं का संचालन करता है। समुद्र में करियर के लिए आवश्यक मानसिक और शारीरिक संकायों को विकसित करने के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया गया है।

नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर. हरि कुमार पासिंग आउट परेड के मुख्य अतिथि और समीक्षा अधिकारी होंगे। इस अवसर पर एडमिरल एमए हम्पीहोली, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिणी नौसेना कमान, अन्य वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों के साथ उपस्थित रहेंगे। सफल प्रशिक्षुओं को उनके समुद्री प्रशिक्षण के लिए अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा।



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