आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को अलग-थलग करें : नायडू

आतंकवाद रोधी दिवस पर अपने संदेश में नायडू ने आतंकवाद के दंश से मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपनी जान न्यौछावर करने वाले वीर सपूतों और बेटियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, आतंकवाद मानवता का शत्रु है और वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है। किसी भी रूप में आतंकवाद का समर्थन करने और उसे बढ़ावा देने वाले देशों को अलग-थलग करने के लिए सभी देशों को एक साथ आना चाहिए।

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने बृहस्पतिवार को कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने और उसे बढ़ावा देने वाले देशों को अलग-थलग करने के लिए सभी देशों को एकजुट होना चाहिए।

आतंकवाद रोधी दिवस पर अपने संदेश में नायडू ने आतंकवाद के दंश से मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपनी जान न्यौछावर करने वाले वीर सपूतों और बेटियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, आतंकवाद मानवता का शत्रु है और वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है। किसी भी रूप में आतंकवाद का समर्थन करने और उसे बढ़ावा देने वाले देशों को अलग-थलग करने के लिए सभी देशों को एक साथ आना चाहिए।
नायडू ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अकेले सुरक्षाबलों की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि इस शत्रु के खिलाफ लड़ाई हर नागरिक का कर्तव्य है। उपराष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, आतंकवाद को परास्त करने के लिए हर भारतवासी से देश में एकता और सौहार्द बनाए रखने की अपेक्षा करता हूं।
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने इस संदेश को ट्वीट किया। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर आतंकवाद रोधी दिवस मनाया जाता है। उनकी 1991 में आज ही के दिन हत्या कर दी गई थी।

आतंकवाद मानवता का शत्रु है और वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है। किसी भी रूप में आतंकवाद का समर्थन करने और उसे बढ़ावा देने वाले देशों को अलग-थलग करने के लिए सभी देशों को एक साथ आना चाहिए। – एम. वेंकैया नायडू, उपराष्ट्रपति

First Published on: May 21, 2020 7:50 PM
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